रोहित कश्यप, मुंगेली. जिले में समर्थन मूल्य पर सुचारू रूप से हो रही धान खरीदी कार्य की मॉनिटरिंग लगातार कलेक्टर राहुल देव कर रहे है. टोकन काटने से लेकर धान बेचने में किसानों को किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए वे लगातार विभागीय अफसरों को निर्देश दे रहें हैं. वहीं कलेक्टर के निर्देश पर फूड एवं सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने ब्लॉक वार एसडीएम की उपस्थिति में धान उपार्जन केंद्र प्रभारी एवं कम्प्यूटर ऑपरेटरों की बैठक बुलाकर केंद्र वार समीक्षा की. जिसमें धान खरीदी के कार्यों की समीक्षा के अलावा जिले में शून्य प्रतिशत शॉर्टेज लाने को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए. साथ ही जानबूझकर गड़बड़ी करने और लापरवाही करने वाले कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई के संकेत भी दिए.

जिला खाद्य अधिकारी देवेन्द्र बग्गा ने बताया कि, इस दौरान उपार्जन केन्द्र में अब तक की कुल धान खरीदी, धान के उठाव हेतु जारी डीओ और मिलर्स द्वारा धान उठाव की प्रगति, पंजीकृत किसानों की संख्या, बारदाना की उपलब्धता, प्रतिदिन जारी टोकन आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी ली.

धान खरीदी में लापरवाही बर्दाश्त नहीं- कलेक्टर

कलेक्टर राहुल देव ने कहा है कि, धान खरीदी कार्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्य है. इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. धान उपार्जन केंद्र में शिकायत मिलने पर संबंधितों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में हिदायत देते हुए कहा कि, उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी कार्य व्यवस्थित रूप करें. पंजीकृत लघु एवं सीमांत किसानों का धान प्राथमिकता से खरीदें.

आगे उन्होंने कहा कि, संबंधित अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर धान उठाव के कार्य में तेजी लाएं. डीओ जारी होने के बाद लगातार संबंधित मिलर्स से संपर्क स्थापित कर शीघ्र धान का उठाव कार्य सुनिश्चित करें. वहीं उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कोचियों और बिचैलियों पर कड़ी निगरानी रखने और धान उपार्जन केन्द्रों की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि, किसानों की सहुलियत को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थित रूप से टोकन जारी करें, जिससे धान विक्रय में उन्हें किसी भी प्रकार से परेशानी ना हो.

अव्यवस्था देखकर भड़के कलेक्ट
कलेक्टर राहुल देव ने विकासखंड लोरमी के ग्राम झोका में धान उपार्जन केंद्र का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान वे केंद्र में अव्यवस्था को देखकर भड़क उठे. उन्होंने कहा कि, धान खरीदी कार्य शासन की प्राथमिकताओं में से एक है. इसमें किसी भी प्रकार लापरवाही एवं उदासीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने शासन के नियमानुसार धान खरीदी करने और उपार्जन केंद्र में धान को व्यवस्थित रूप से भंडारित करने के निर्देश दिए. वहीं संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को धान उपार्जन केंद्र का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए.