रोहित कश्यप, मुंगेली। जिले में एक बार फिर लल्लूराम डॉट कॉम की खबर का बड़ा असर देखने को मिला है. जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका भर्ती में गड़बड़ी की शिकायतों पर जिले के प्रभारी मंत्री लखनलाल देवांगन के निर्देश पर कलेक्टर राहुल देव एक्शन मोड में आ गए हैं. उन्होंने मीडिया से चर्चा में सप्ताहभर में मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाने की बात कही है. इसे भी पढ़ें : मुंगेली में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका भर्ती में गड़बड़ी पर कांग्रेसी नेता का फूटा गुस्सा, कहा- कार्रवाई नहीं हुई तो छोड़ दूंगा सभापति पद

कलेक्टर राहुल देव ने मीडिया से चर्चा में कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका भर्ती में गड़बड़ी की काफी समय से शिकायत मिल रही है. इन शिकायतों के जांच के लिए जिला पंचायत सीईओ की अध्यक्षता में एक जांच टीम भी बनाई गई है, जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है. बहुत जल्द याने सप्ताह भर में 27 मार्च को इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. हालांकि, यह सस्पेंस है कि आखिर कलेक्टर इस मामले में क्या रुख अपनाएंगे.

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मुंगेली परियोजना में सबसे ज्यादा शिकायत

महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका की भर्ती के लिए जारी गाइडलाइन को दरकिनार कर मुंगेली जिले के जिला मुख्यालय स्थित एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय मुंगेली -1 पदस्थ अधिकारी प्रमिला पांडेय के द्वारा खुद से मनमाफिक नियम बनाकर चहेते अभ्यर्थी को लाभ दिलाने अलग-अलग भर्ती नियम बनाकर भर्तियां करने की शिकायत है. हाल में कांग्रेसियों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को दिए गए लिखित शिकायत में यह बात उल्लेखित है. शिकायत में यह भी कहा गया है कि पैसे का लेन-देन कर परियोजना कार्यालय के अधिकारी द्वारा गड़बड़ियों को अंजाम दिया जा रहा है.

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पैसे की लग रही बोली ?

लल्लूराम डॉट कॉम से बात करते हुए एक शिकायतकर्ता नागेश्वरी ने यह भी आरोप लगाया है कि विभाग के अधिकारी उसी अभ्यर्थी का चयन कर रहे हैं जो सबसे अधिक पैसा दे रहा, फिर चाहे वह भर्ती के लिए अपात्र ही क्यों न हो उसका चयन कर दिया जा रहा है. दरअसल, मुंगेली विकासखंड के कंचनपुर निवासी नागेश्वरी ने भी कलेक्टर से लिखित शिकायत कर कहा है कि मुंगेली परियोजना क्रमांक 2 में जो आँगनबाड़ी सहायिका की भर्ती हुई है, उसमें उनका चयन हो रहा था, लेकिन उनका चयन न कर ऐसे अभ्यर्थी का चयन किया गया है, जो वर्तमान में कंचनपुर गांव की निवासी ही नहीं है. दो साल पहले शादी होकर गांव से चली गई है.

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कैसे दे रहे है गड़बड़ी को अंजाम समझिये ..?

शिकायतकर्ताओं ने गड़बड़ी की बानगी बताते हुए लल्लूराम डॉट कॉम न्यूज को दस्तावेज उपलब्ध कराया है, जिसमें कैसे गड़बड़ी को अंजाम दिया जा रहा है खुद ही समझिए. एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय मुंगेली -1 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए 25 अप्रैल 2023 को विज्ञापन भर्ती निकाली गई, जिसमें विभाग के मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइंस को अनदेखा कर यह कहा गया है कि प्रभावशाली सूची गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार की महिला होने पर सक्षम अधिकारी अथवा सरपंच सचिव संयुक्त हस्ताक्षर द्वारा जारी सर्वे सूची का अतिरिक्त अंक दिया जाएगा.

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लेकिन 2 माह बाद इसी परियोजना कार्यालय में 19 जून 2023 को सोढ़ार पंचायत के गांधीनगर के लिए भर्ती विज्ञापन निकाली गई, जिसमें साफ तौर पर लिखा है. गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार की महिला होने पर प्रभावशील सूची से सक्षम अधिकारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र मान्य किया जाएगा. इसमें सक्षम अधिकारी का कहीं उल्लेख नहीं था.

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शिकायतकर्ताओं का कहना है कि एक ही परियोजना एक ही अधिकारी के द्वारा किस तरह से विभाग के गाइडलाइंस को दरकिनार कर न सिर्फ अलग-अलग भर्ती नियम बनाकर विज्ञापन निकालकर अपात्रों का चयन कर किया गया और पात्र अभ्यर्थी अधिकारियों के मनमाफिक नियम बनाने से वंचित रह गए.