कुमार इंदर, जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में न्यू लाइफ मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में हुए अग्निकांड में 8 लोगों की हुई मौत के बाद आज कलेक्टर ने सभी निजी अस्पताल संचालकों की बैठक ली। इस दौरान कलेक्टर ने सभी अस्पतालों को साफ कह दिया कि किसी भी हाल में मरीजों की सुरक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि भविष्य में इस तरह की लापरवाही किसी अस्पताल में सामने आई तो न केवल उसका लाइसेंस निरस्त किया जाएगा, बल्कि उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सुरक्षा के सभी इंतजाम पुख्ता कर लें अस्पताल

बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सभी निजी अस्पताल एवं नर्सिंग होम संचालक अपने संस्थानों में सुरक्षा के सभी इंतजामों को सुनिश्चित कर लें। साथ ही नियमित अंतराल से फायर सेफ्टी ड्रिल आयोजित कर फायर सेफ्टी आडिट भी कराएं। बैठक में अस्पताल संचालकों से कहा गया कि, वे फायर अलार्म सिस्टम को दुरुस्त रखें, अग्निशमन यंत्रों और इलेक्ट्रिकल मशीनरी के उपकरणों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। अपने स्टाफ को अग्निशमन यंत्रों के इस्तेमाल के साथ राहत एवं बचाव कार्य के लिए अनिवार्य रूप से ट्रैनिंग भी दें।

सुरक्षा से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा

कलेक्टर ने बैठक में कहा कि न्यू लाईफ मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल जैसी घटनाएं दुबारा न हो, इसके लिए प्रशासन पूरी तरह सजग है। उन्होंने कहा कि मरीजों की सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। निजी अस्पतालों को पंजीयन अथवा पंजीयन के नवीनीकरण के लिए सभी औपचारिकताओं और मापदंडों को पूरा करना होगा। ऐसे जो अस्पताल औपचारिकताएं पूरी नहीं करेंगे, उनका पंजीयन निरस्त कर दिया जायेगा। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि ऐसे निजी अस्पताल जिनके पास फायर एनओसी नहीं है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसे निजी अस्पताल नए मरीज भर्ती नहीं कर सकेंगे। कलेक्टर ने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों को निजी अस्पतालों के निरीक्षण के लिए नियुक्त किया गया है। निरीक्षण के दौरान बताई गई कमियों को भी निजी अस्पतालों को दूर करना होगा अन्यथा संबंधित अस्पताल का पंजीयन निरस्त किया जाएगा ।

अस्पताल के स्टाफ की ट्रेनिंग जरूरी

कलेक्टर ने बैठक में ट्रेनिंग, ड्रिल एवं कैपेसिटी बिल्डिंग पर जोर देते हुए कहा कि अस्पताल संचालकों को अग्निशमन यंत्रों और इलेक्ट्रिकल मशीनरी की गुणवत्ता के साथ-साथ तय समय पर फायर सेफ्टी आडिट एवं इलेक्ट्रिकल सेफ्टी आडिट भी कराना होगा। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में नियमित अन्तराल में न केवल फायर ड्रिल का आयोजन हो, बल्कि इस दौरान पाई गई कमियों को दूर करने के उपाय भी किए जाएं। कलेक्टर ने कहा कि स्टाफ की ट्रेनिंग जरूरी है।

बैठक में मृतकों के लिए रखा गया मौन

कलेक्टर सभागार में हुई आज बैठक में उस दौरान एक बार फिर दुख का माहौल हो गया, जब न्यू लाइफ मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में अग्निकांड के दौरान मृतकों के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। बैठक में मृतकों को श्रद्धांजलि भी दी गई।

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