रायपुर- छत्तीसगढ़ के कलेक्टरों और दीगर अधिकारियों का चुनावी ज्ञान कितना है? ये जानने के लिए निर्वाचन आयोग परीक्षा लेने जा रहा है. यह परीक्षा शनिवार को होगी, जिसमें सभी 27 जिलों के कलेक्टर और 300 से ज्यादा एआरओ शामिल होंगे. खास बात ये है परीक्षा में फेल होने वाले अधिकारियों के सीआर पर भी इसका असर पड़ सकता है.

छत्तीसगढ़ में पहली मर्तबा विधानसभा चुनाव के पहले अधिकारियों की कड़ी परीक्षा होगी. इसके लिए रायपुर, बिलासपुर और जगदलपुर में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारी खास प्रश्नपत्र लेकर दिल्ली से रायपुर आ रहे हैं. पूरी परीक्षा निर्वाचन आयोग के अधिकारियों की देखरेख में होगी. हाल ही में कर्नाटक चुनाव में चुनाव आयोग ने ऐसी परीक्षा ली थी, जिसमें बड़ी तादात में अधिकारी फेल हुए थे.

बताया जा रहा है कि कलेक्टरों और एआरओ को परीक्षा के दौरान एक मिनट के भीतर एक सवाल का उत्तर देना होगा. चुनावी ड्यूटी में लगने वाले अधिकारियों के चुनाव आयोग की ओर से ऐसे सवाल पूछे जाएंगे, जो चुनावी प्रक्रिया से जुड़े होंगे. जैसे वयस्क वोटर की उम्र की गणना किस तारीख से की जाती है ? मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के कितने दिनों बाद दावा-आपत्ति ली जाती है? एआरओ के निर्णय की अपील कहां होती है? चुनाव के दौरान मिलने वाली मतदाता पर्ची पर क्या नहीं लिखना चाहिए? आरओ-एआरओ की जिम्मेकारी क्या है? इस तरह के हर सवाल के आगे तीन उत्तर लिखे होंगे, जिनसे एक सही उत्तर पर टिक करना होगा.