रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर्स कांफ्रेंस में शहरीकरण के बढ़ते दबाव और शहरों में उपलब्ध सीमित संसाधनों को दृष्टिगत रखते हुए अर्थव्यवस्था के विकेंद्रीकरण को आवश्यक बताया. उन्होंने कहा कि सरकार लगातार ग्राम स्तर पर विश्व स्तरीय आधारभूत अधोसंरचना, बेहतर स्कूल शिक्षा और आजीविका के नए साधन सृजित करने हेतु संकल्पित है. अब इस दिशा में आगे बढ़ना है इसलिए कलेक्टर ग्रामीण औद्योगिक पार्क बनाने हेतु कमर कस लें.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गोठान तेज़ी से छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था का केंद्र बिंदु बन रहे हैं. प्रथम चरण में छह हज़ार से अधिक गोठानों के निर्माण पर युद्ध स्तर पर काम किया गया. द्वितीय चरण में इनके संचालन, संधारण हेतु प्रभावी कार्ययोजना बना कर हज़ार गोठानों को स्वालंबी बनाए जाने का कार्य किया गया. तृतीय चरण में गोठानों को केंद्र बिंदु रख कर ग्रामीण औद्योगिक पार्क विकसित किया जाना शासन का महत्वकांक्षी लक्ष्य है. इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु हमें टीम भावना से कार्य करते हुए ग्रामवासियों में उद्यमिता की भावना विकसित करने का कार्य करना है. इससे आजीविका के नए साधन सृजन किए जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा.
उन्होंने कहा कि रोका छेका अभियान एक जन आंदोलन के रूप में स्थापित हुआ है. कलेक्टर यह सुनिश्चित करें रोका छेका अभियान केवल धान कटाई तक सीमित न रहे, उतेरा के चक्र पूर्ण होते तक यह सतत् रूप से चलता रहे. राजीव गांधी किसान न्याय योजना अंतर्गत अन्य फसलों को शामिल किए जाने के शासन के निर्णय के आलोक में इसके प्रचार-प्रसार और किसानों को इस हेतु प्रोत्साहित करने की दिशा में कलेक्टर कृषि विभाग के समन्वय से व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करें. कलेक्टर क्लस्टर चिन्हांकित कर एक-एक विकासखंड में पाइलट प्रोजेक्ट के रूप में अन्य फसलों को प्रोत्साहित करने प्रभावी कदम उठाएँ.
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मज़दूर न्याय योजना छत्तीसगढ़ शासन की विशिष्ट परियोजना है. यह देश में अपने तरह की पहली योजना है. इस योजना के क्रियान्वयन से ग्रामीण अर्थव्यवस्था तेज होगी. इस योजना अंतर्गत अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों, इसके लिए ग्राम स्तर पर वृहद् प्रचार-प्रसार करने की आवश्यकता है. कलेक्टर इसके लिए ज़िला स्तर से पंचायत वार टीम बना कर मिशन मोड़ पर काम करें.