रोहित कश्यप, मुंगेली। आम नागरिकों को जहां छोटे से मकान-दुकान के लिए नगरीय प्रशासन के कड़े नियम कानूनों का सामना करना होता है, वहीं नगरीय प्रशासन से एनओसी मिले बगैर एक भाजपा नेता धड़ल्ले से कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर रहा है. इससे नगरीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं.

दरअसल, मुंगेली नगर पालिका क्षेत्रान्तर्गत मल्हापारा शंकर मंदिर के रवि गैस एजेंसी के सामने शंकर वार्ड में तालाब के सामने ही एक बड़े व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा हैं, नगर के एक आरटीआई कार्यकर्ता स्वतंत्र तिवारी ने नगर पालिका से इस कॉम्प्लेक्स के संबंध में सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी, जिस पर जनसूचना अधिकारी, भवन अनुज्ञा शाखा एवं लोक निर्माण शाखा ने बताया कि मुंगेली नगर पालिका क्षेत्रान्तर्गत बन रहे उक्त व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स से सम्बंधित कोई भी दस्तावेज, नस्ती, प्रमाणपत्र व जानकारी भवन अनुज्ञा शाखा नगर पालिका में नहीं हैं, इस तरह से जानकारी को निरंक बता दिया गया.

अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता हैं कि जब निर्माणाधीन व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स के अनापत्ति सहित अन्य दस्तावेज नगर पालिका में नहीं हैं, तो फिर किस आधार पर इतने बड़े कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा हैं. चर्चा है कि नगर के एक भाजपा नेता के द्वारा इस शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जा रहा है, यही वजह है कि कार्यवाही करने नगर पालिका के हाथ कांप रहे हैं.

सवाल यह भी है कि एक तरफ जहां मुंगेली नगर पालिका में वर्तमान सीएमओ की कार्यशैली के कारण कमीशनखोरों और भ्रष्ट ठेकेदारों की नींद उड़ चुकी हैं, और कोई भी मामला हो सीएमओ द्वारा तत्काल कार्रवाई की जाती हैं, ऐसे में अवैध रूप से बन रहे इस व्यवसायिक काम्प्लेक्स पर नगरीय प्रशासन की नजर क्यों नही पड़ी या फिर इसके लिए नगरपालिका की मौन स्वीकृति मिली हुई.

इस मसले पर सीएमओ राजेन्द्र पात्रे से बात की गई तब उनका कहना था कि उन्हें इस संबंध में जानकारी नहीं है, दस्तावेज देख कर कुछ कह पाएंगे. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि लिखित में कोई शिकायत मिलेगी तब कोई कार्रवाई की जाएगी. वहीं एसडीएम सीके ठाकुर ने कहा है कि वे नगरीय प्रशासन से इसके सम्बंध में जानकारी लेकर उचित कार्रवाई कराएंगे.