योगेश यादव, बगीचा। राशन दुकानों में पीडीएस चावल की कालाबाजारी रोकने और सुरक्षा की दृष्टि से राज्य सरकार ने दुकानों व गोदामों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का आदेश दिया है. सुरक्षा व पारदर्शिता के नाम पर अब जिले के 444 सरकारी राशन दुकानों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे है. सरकार की इस आदेश पर अब खाद्य अधिकारियो से मिला कर सीसीटीवी सप्लायर पंचायतों में दबाव डाल कर महंगे दामो में घटिया सीसीटीवी कैमरा सेटअप सप्लाई कर रहा है.

फरसाबहार विकासखंड के राशन दुकानदारों ने बताया कि फरसाबहार खाद्य अधिकारी अलाउदीन खान द्वारा अपना आदमी भेजकर पीडीएस गोदामों में कैमरा लगवा रहे हैं, जिसकी कीमत 25 हजार से 27 हजार तक वसूल रहे हैं. पीडीएस दुकानों में कैमरा लगाने का किसी तरह का पाबंदी नहीं है. पीडीएस संचालक अपनी स्वेच्छा से कही से खरीद कर कैमरा लगा सकते हैं, लेकिन फरसाबहार में ऐसा नहीं हो रहा है, यहां खाद्य अधिकारी के आदमी से ही लगवाना है वो भी बाजार से दो गुने दामों पर, पीडीएस गोदामों में खाद्य अधिकारी द्वारा जो कैमरा लगाया गया है उसमें 3 कैमरा एक डीवीआर और एक 15 इंच का मॉनिटर शामिल है वो भी लोकल कंपनी का, वही इसकी बाजार में कीमत लगभग 12 से 13 हजार रुपया बताई जा रही है. कैमरा लगाने के 10 से 15 दिनों में ही ज्यादातर गोदामों का कैमरा खराब होने लगा है.

ऊपर के अधिकारियों का आदेश

सीसीटीवी कैमरे की सप्लाई पर फरसाबहार खाद्य निरीक्षक अल्लाउद्दीन खान कहा कि ऊपर के अधिकारियों के आदेश पर खाद्य विभाग पीडीएस दुकानों में सीसीटीवी कैमरा लगवा रहा है. उनका बिल या फिर कमीशन से कोई लेना देना नहीं है लेकिन जब फूड इंस्पेक्टर अल्लाऊद्दीन खान की गाड़ी में सीसीटीवी कैमरे और सप्लाय को लेकर घुमने के सवाल पर उन्होंने कहा की सप्लायर द्वारा सामान मेरे पास छोड़ा था जिसको गोदामों तक पंहुचा रहा हूं.

दोषी अधिकारी के खिलाफ होगी एफआईआर-विधायक मिंज

केवल फरसाबहार विकासखंड में 58 गोदाम है और इस गोदामों में लगभग 14 लाख 64 हजार पांच सौ रूपये का कैमरा लग रहा है, जिसकी बाजार में कीमत लगभग आधी से भी कम है. मामले में संसदीय सचिव एव कुनकुरी विधायक उत्तमदान मिंज का कहना है की इस मामले में जांच कर दोषी अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. वहीं जशपुर कलेक्टर ने इस मामले में फरसाबहार एसडीएम को जांच के आदेश दे दिए है.

कलेक्टर कावरे ने दिए जांच के आदेश

जशपुर कलेक्टर महादेव कावरे ने इस मामले में फरसाबहार एसडीएम को जांच के आदेश दे दिए है.