कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ग्वालियर नगर निगम के रिश्वतखोर कर संग्राहक (Tax Collector) गोपाल सक्सेना को निगम कमिश्नर किशोर कन्याल ने सस्पेंड कर दिया है। आज सुबह ही लोकायुक्त की टीम ने TC गोपाल सक्सेना को 2 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रैप किया था।
ये है पूरा मामला
ग्वालियर के हजीरा इलाके में आने वाले लूटपुरा क्षेत्रीय कार्यालय क्रमांक 3 में पदस्थ कर संग्राहक गोपाल सक्सेना और कर सहायक रोहित कुमार ने हजीरा के जगनापुरा में रहने वाले रिटायर्ड डीएसपी (DSP) भगवानदास पंथ से मकान नामंतरण के एवज में ₹3000 की रिश्वत की मांग की थी, लेकिन फरियादी स्वयं वरिष्ठ कार्यालय पहुंचा और अधिकारियों से मिलकर उसने अपना नामंतरण बनवा लिया।
जिसके बाद अधिकारियों ने कहा कि आपको इसके दस्तावेज क्षेत्रीय कार्यालय क्रमांक 3 से प्राप्त होंगे। फरियादी क्षेत्रीय कार्यालय क्रमांक 3 फिर पहुंचा और उसने कर संग्राहक से मकान नामांतरण का दस्तावेज मांगा। लेकिन दस्तावेज देने के एवज में कर संग्राहक गोपाल सक्सेना ने दोबारा 3 हजार की मांग की गई।
फरियादी ने बतौर एडवांस ₹1000 देकर कहा कि मैं शुक्रवार को सुबह 2000 देकर नामांतरण ले जाऊंगा। इसके बाद गुरुवार को फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस से रिश्वत की शिकायत की। प्रार्थी की शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने आज फरियादी को शेष बचे रुपए में केमिकल लगाकर क्षेत्रीय कार्यालय भेजा। जैसे ही फरियादी ने कर संग्राहक और सहायक को रिश्वत दी, वैसे ही लोकायुक्त पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया।
कमिश्नर ने किया निलंबित
लोकायुक्त की कार्रवाई के बाद निगम कमिश्नर किशोर कन्याल ने रिश्वतखोर कर संग्राहक गोपाल सक्सेना को निलंबित कर दिया है। कमिश्नर ने बताया कि सरकारी कार्य़ निपटाने में भ्रष्टाचार करने पर मध्य प्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 के तहत आरोपी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।
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