रोहित कश्यप, मुंगेली। कुछ खटराल किश्म के शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों की मेहरबानी पर निजी स्कूल के संचालक मनमानी पर उतर आए हैं. यहां प्राइवेट स्कूलों की किताबें अलग अलग दुकानों पर नहीं बल्कि एक विशेष दुकान में ही मिलने की अजब गजब शिकायत हुई है. सेटिंग के इस खेल में निजी स्कूल प्रबंधन से लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर भी संरक्षण देने का आरोप लगा है. जब एक ही दुकान में किसी स्कूल का किताब मिलेगा तब दाम भी उसी तरह से देना पड़ेगा यह तो लाजमी ही है.

ये सारी बात हम नहीं बल्कि कलेक्टर जनदर्शन में की गई शिकायत में कहा गया है. जिसके बाद डीईओ ने एक आदेश भी जारी किया है. शिकायत में कहा गया था कि मुंगेली जिले में संचालित कई निजी स्कूलों की किताबें एक विशेष दुकानों में ही बिक्री हो रही हैं.

अभिभावकों का कहना है कि मुंगेली के कई निजी स्कूलों की किताबें केवल एक विशेष दुकान पर ही बेची जा रही हैं, जबकि इन किताबों का बिक्री कम से कम 4-5 पुस्तक विक्रेताओं के पास होनी चाहिए. विशेष दुकान में किताब मिलने की वजह से मनमाने कीमत पर उनके द्वारा किताब बेची जाती है.

एक ही दुकान विशेष पर किताब मिलने से अभिभावकों का भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं. उक्त शिकायत में निवेदन किया गया कि इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए निजी स्कूलों की किताबें 4-5 किताब दुकानदारों को बिक्री हेतु शिक्षा विभाग व स्कूलों को निर्देशित करने का कष्ट करें.

इसके बाद कलेक्टर जनदर्शन में प्राप्त इस शिकायत को जिला शिक्षा अधिकारी को प्रेषित किया गया, जानकारी मिली हैं कि दूसरे दिन ही जिला शिक्षा अधिकारी ने निजी स्कूल संचालकों/प्राचार्यो की बैठक बुलाई, जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सभी निजी स्कूलों के लिए एक निर्देश/आदेश भी जारी किया. डीईओ द्वारा सभी अशासकीय शिक्षण संस्थानों को निर्देश जारी किया गया है.

यह कहा गया है आदेश में

मुंगेली जिले में निजी शालाओं द्वारा विद्यालय स्तर पर चलाई जा रही किताब एक विशेष दुकान में ही विक्रय होने की शिकायत प्राप्त हुई है. एक ही विशेष दुकान पर किताब मिलने से अभिभावकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अशासकीय शिक्षण संस्थाओं को निर्देशित किया जाता है कि शाला स्तर पर जो किताबें चलाई जा रही है, उनकी सूची स्थानीय स्तर के कम से कम 4-5 पुस्तक विक्रेता को उपलब्ध कराएं. अभिभावकों एवं दुकान संचालकों से सामंजस्य स्थापित कर पालकों को उनकी सुविधा के अनुसार किताबें उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें. आपके विद्यालय के विरूद्ध शिकायत प्राप्त होती है, तो नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

निजी स्कूल संचालकों में हड़कंप

जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी इस आदेश से निजी स्कूल प्रबंधन और विशेष किताब दुकानदारों में हड़कंप मच गया है. आपको बता दें कि कुछ स्कूल ऐसे भी हैं, जिनके द्वारा विद्यालय में ही किताबें बेचने की शिकायत भी मिल रही है. अभिभावकों ने बताया कि इस किताब खरीदी-बिक्री मामले में बहुत बड़ा कमीशन का खेल चल रहा है, जिस पर अभिभावकों ने भारी आक्रोश जताया.

Commissioning in book sales in Mungeli
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