रायपुर– मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शराबबंदी के लिए दो समितियां बनाने की घोषणा की है. इनमें से एक सर्वदलीय राजनीतिक समिति होगी और दूसरी समिति समाज के अलग-अलग तबकों के प्रतिनिधियों की होगी. राजनीतिक समिति उन राज्यों में जाकर अध्ययन करेगी जहां शराबबंदी तो की गई लेकिन सफल नहीं हुई.
यह समिति विफलताओं की वजहों का अध्ययन करेगी. दूसरी सामाजिक समिति शराबबंदी में समाज की भूमिका के लिए रास्ता सुझाएगी. दोनों समितियों का गठन जल्द ही किया जाएगा.
आपको बता दें कि भाजपा शराबबंदी को लेकर हमलावर है. वह लगातार सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रही है. विधानसभा सत्र के दौरान पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा था कि कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए सिर्फ वादा किया है. ये यू टर्न लेने वाली सरकार है.
वहीं जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने भी विधानसभा में शराबबंदी को लेकर भावुक भाषण दिया था. उन्होंने कहा कि दो सौ एकड़ खेत का मालिक शराब के चलते कंगाल हो गया. कूएं में गिरने से उसकी मौत हो गई. उनकी पत्नी को मजदूरी करके पेट पालना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश में 10 साल का बच्चा शराब पी रहा है.
विपक्ष के इन हमलों के बाद सरकार ने तो दो समितियां तो बना दी है, लेकिन आने वाले वक्त पर पता चलेगा कि प्रदेश में शराबबंदी होगी या नहीं.