नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस समारोह इस बार वो हो रहा है, जो देश के इतिहास में कभी नहीं हुआ. गणतंत्र दिवस समारोह के परेड के दौरान अबकी बार अतिथियों की अग्रिम पंक्ति में गणमान्य व्यक्ति नहीं बल्कि सेंट्रल विस्टा के निर्माण में काम कर चुके श्रमिकों, उनके परिवारों, कर्तव्य पथ की देखभाल करने वाले कर्मियों सहित रिक्शा चालकों, छोटे दुकानदारों एवं सब्जी बेचने विराजमान होंगे.

मिस्र के राष्ट्रपति हैं मुख्य अतिथि

गणतंत्र दिवस समारोह में इस पर मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी हैं. परेड में इस बार मिस्र का 120 सदस्यों का मार्चिंग जत्था भी नजर आएगा. कर्तव्यपथ पर यह पहली बार परेड का आयोजन है, इससे पहले इस पथ को राजपथ के नाम से जाना जाता था. इस बार परेड देखने के लिए पहले से तय सीटों में कटौती की गई है.

वायुसेना के 50 विमान हिस्सा लेंगे

कर्तव्य पथ पर आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार नौसेना के नौ राफेल और आईएल-38 समेत कुल 50 विमान हिस्सा लेंगे. नौसेना के आईएल-38 विमान को इस बार संभवत: पहली और अंतिम बार प्रदर्शित किया जाएगा. भारतीय वायुसेना ने एक संवाददाता सम्मेलन में झांकी के एक मॉडल का भी अनावरण किया, जिसे 26 जनवरी की परेड के दौरान प्रदर्शित किया जाएगा.

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