शैलेन्द्र पाठक,बिलासपुर- प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पार्टी के प्रदेश सचिव महेश दुबे उर्फ टाटा महराज के खिलाफ मिली शिकायत पर जांच कर एक सप्ताह के भीतर गोपनीय प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्दैेश दिये हैं. पीसीसी के प्रदेश महामंत्री गिरीश देवांगन ने बिलासपुर जिले के दोनों संगठन प्रभारियों मोतीलाल देवांगन और मंजू सिंह को इस आशय का पत्र जारी किया है,जिसमें दोनों प्रभारियों से कहा गया है कि महेश दुबे के खिलाफ मिली शिकायतों के संदर्भ में संबंधित नेताओं और कार्यकर्ताओं से व्यक्तिगत चर्चा करते हुए पूरे मामले की विस्तृत गोपनीय प्रतिवेदन तैयार करें और इस रिपोर्ट को एक सप्ताह के भीतर पीसीसी को भेजें.
महेश दुबे के खिलाफ यह शिकायत की गई है कि उन्होंने बिलासपुर में छठ घाट पर सीएम के मुख्यआतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम के बाद सीएम और स्थानीय विधायक के खिलाफ अपशब्द का इस्तेमाल किया था,जिसे स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित भी किया गया था.इस मामले की शिकायत कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पी.एल.पुनिया से की गई थी,जिसे उन्होंने गंभीरता से लेते हुए पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम को निर्देश दिया था कि वे मामले को संज्ञान में लेकर उचित कार्रवाई करें. पुनिया के इसी निर्देश के परिप्रेक्ष्य में 12 नवंबर को कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री ने बिलासपुर जिले के दोनों संगठन प्रभारियों को पत्र लिखकर रिपोर्ट तलब की है.
इसके अलावा कांग्रेस पार्टी ने सीएमडी कालेज के छात्रसंघ शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम के दौरान हुए आपसी विवाद और दशहरा कार्यक्रम में मुख्य आतिथ्य को लेकर हुए विवाद को भी गंभीरता से लिया है. पीसीसी के महामंत्री ने अपने पत्र में इन दोनों घटनाओं का जिक्र करते हुए इन मामलों की जांच रिपोर्ट भी मंगाई है. पत्र में कहा गया है कि इन घटनाओं के समाचार पत्रों में प्रकाशन से पार्टी संगठन की छवि धूमिल हो रही है.गौरतलब है कि बिलासपुर में कांग्रेस पार्टी दो गुटों में बंटी हुई है अटल श्रीवास्तव गुट और शैलेश पांडेय गुट और इन दोनों गुटों में आये दिन राजनीतिक बर्चस्व को लेकर लड़ाई चलती रहती है,जो कि समाचार पत्रों और सोशल मीडिया में सुर्खियां बटोरती हैं.