आशुषोत तिवारी, जगदलपुर। प्रभारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी राजन के तोकापाल बीएमओ रहते की गई अनियमितताओं की शिकायत जिला पंचायत सदस्य धरमूराम मंडावी ने बस्तर कमिश्नर से की है. उन्होंने मांग की है कि तत्काल अधिकारी से प्रभार लेकर किसी दूसरे अधिकारी को सौंपा जाए, जिससे बस्तर की लचर स्वास्थ्य सेवाएं पटरी पर लौट सके.

धरमूराम मंडावी ने बिंदुवार की गई शिकायत में बताया है कि बीएमओ तोकापाल रहते हुए सीएचसी के स्टाफ का वेतन लंबित रखकर आयकर की राशि शासकीय खाते में जमा नहीं की गई थी, जो सीधे शासकीय कोष को नुकसान पहुंचाने की श्रेणी में आता है. वर्ष 2015 में दो जगह से यात्रा भत्ता आहरण कर 92 हजार 720 रुपए की आर्थिक नुकसान शासन को पहुंचाया. शिकायत के बाद चालान के जरिए  रकम जमा की गई.

यही नहीं बीएमओ नानगूर रहते हुए कर्मचारियों को वितरित की जाने वाली अल्टरनेटिव वैक्सीन डिलीवरी की रकम आहरण कर अपने पास रख ली और मांगे जाने पर कार्रवाई की धमकी देकर धौंस दिखाया. इस मामले की शिकायत होने के बाद रातों-रात रकम घर घर जाकर बंटवा दी. इस शिकायत को सही पाते हुए तत्कालीन सीएमएचओ ने इन्हें नानगूर बीएमओ के पद से हटा दिया था.

छवि को खराब करने का आरोप

इस मामले में सीएमएचओ डॉक्टर डेविड राजन ने बताया कि इन सारे मामलों में मेरी जांच हो चुकी है, और जांच में मैं निर्दोष पाया गया हूं. जिन-जिन बिंदुओं पर मेरे ऊपर आरोप लगाया गया है वह निराधार है. मेरे ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहा है. जांच रिपोर्ट की कॉपी मैं कलेक्टर को भी सौंप चुका हूं मेरी छवि को खराब करने के लिए आरोप लगाया जा रहा है.