मुंगेली- मुुंगेली पुलिस द्वारा गठित रक्षा टीम इन दिनों चर्चा में है. महिलाओं पर होने वाले अत्याचार को रोकने और उन्हें न्याय दिलाने के लिये रक्षा टीम का गठन किया गया है. इस टीम ने हाल ही में कम्यूनिटी पुलिसिंग के तहत अच्छे काम भी किये थे,जिसके चलते उन्हें पुरस्कृत भी किया गया था. लेकिन रक्षा टीम की कुछ नकारात्मक गतिविधियों के खिलाफ यदि खबर बन जाये,तो ये उनके लिये बर्दाश्त के बाहर की बात है और इसे रोकने के लिये वे कुछ भी करने पर आमादा हो जाते हैं.
मुंगेली के पत्रकार आकाश दत्त मिश्रा ने आज बिलासपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष तिलकराज सलूजा के नेतृत्व में आईजी प्रदीप गुप्ता से मुलाकात कर उनको ज्ञापन सौंपा.ज्ञापन में कहा गया है कि रक्षा टीम की दो सदस्यों ने पत्रकार आकाश मिश्रा के खिलाफ यौन उत्पीड़न की झूठी शिकायत दर्ज कराई है,जिससे रक्षा टीम के खिलाफ भविष्य में कोई खबर बनाने की हिमाकत न कर सके.आकाश मिश्रा ने ज्ञापन में लिखा है कि रक्षा टीम के कुछ सदस्यों के खिलाफ नकारात्मक खबरें छपने से मुंगेली पुलिस का पूरा महकमा उनके खिलाफ हो गया है और उनके खिलाफ झूठी शिकायत कर चरित्र हत्या की साजिश की जा रही है. आकाश ने लिखा है कि रक्षा टीम के दो सदस्यों का डांस करने वाला वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा था,जिसकी खबर बनने पर ये दोनों महिला पुलिसकर्मी बौखला गईं और इन्होंने पुलिस अधीक्षक से यौन उत्पीड़न की झूठी शिकायत कर दी.ताज्जुब की बात तो ये है कि रक्षा टीम की इन महिला पुलिसकर्मियों ने जो शिकायत की है,उसमें ये कहा गया है कि कुछ महीने पहले आकाश मिश्रा ने उनके साथ छेड़छाड़ किया था.तब सवाल ये उठता है कि घटना के समय ही उन्होंने इस बात की शिकायत क्यों नहीं की,जबकि इन महिला पुलिसकर्मियों को इसीलिये रक्षा टीम में रखा गया है कि ये महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने की दिशा में तत्परता से काम करें. जाहिर है कि इस तरह की झूठी शिकायत करने का मतलब केवल पत्रकार को केवल नीचा दिखाना है.
पत्रकार आकाश मिश्रा ने अपनी इसी पीड़ा का जिक्र करते हुए आईजी से मांग की है कि वे इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करायें,जिससे दूध का दूध और पानी का पानी सामने आये. आकाश ने मांग की है कि जांच में मुंगेली पुलिस के बाहर के अधिकारियों को शामिल किया जाये, जिससे निष्पक्ष जांच हो सके.आईजी प्रदीप गुप्ता ने बिलासपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष तिलकराज सलूजा को आश्वस्त किया है कि वो पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे.