गौरव जैन. गौरेला पेण्ड्रा मरवाही. आदिवासी बहुल जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही अपनी स्वास्थ्य संबंधित सेवाओं की बदहाली और अव्यवस्थाओं को लेकर जूझता ही रहता है. स्वास्थ्य विभाग कई मामलों में अपनी कार्यशैली को लेकर लगातार सुर्खियों में बना रहता है. कुछ दिन पहले ही सीएमएचओ का सोशल मीडिया में एक स्टिंग वीडियो वायरल भी हुआ था. इस वीडियो को आरटीआई कार्यकर्ता संजीव अग्रवाल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में पोस्ट किया है. उक्त पोस्ट में दावा किया गया है कि गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में एक कर्मचारी एवं गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला स्वास्थ्य अधिकारी CMHO बिना दवाई सप्लाई किए गोल माल किया है. एक बार फिर एक ताजा मामला सामने आया है.

आरटीआई कार्यकर्ता संजीव अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से मिलकर गौरेला- पेण्ड्रा-मरवाही CMHO नागेश्वर राव के खिलाफ शिकायत की है. इसमें बताया गया है कि स्वास्थ्य विभाग कार्यालय में सीएमएचओ द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार में करोड़ों की दवाइयां, आवश्यक उपकरण और चिकित्सा संबंधित उपकरणों की खरीदी में भारी हेराफेरी की गई है.

शिकायत में बताया गया है कि नियमों को ताक में रखते हुए तमाम सामग्रियों को क्रय करने के लिए में भारी अनियमितता की गई है, जिसमें चिकित्सा की समान दवाइयां ऑपरेशन के लिए जरूरी उपकरण सप्लाई किए बिना या क्वांटिटी में कमी कर के सप्लायर वेंडर को भुगतान किया जा चुका है. शिकायत में कहा गया कि खरीदे गए सामानों का तत्काल स्टॉक चेक कराया जाना चाहिए. विभाग के स्टोर में कुल खरीद राशि से कम ही स्टॉक मिलेगा. सूक्ष्मता से जांच कराए जाने पर बड़ी मात्रा में वित्तीय अनियमित उजागर होगी, जिसमें शासकीय राशि का गबन किया गया है.

शिकायत में बताया गया है कि सीएमएचओ, अकाउंटेंट, स्टोर प्रभारी द्वारा मिलकर यह सभी सामग्री मंगाकर सामग्री स्टोर में एंट्री दिखाकर फर्जी बिलों के माध्यम से नियमों को ताक में रखकर भुगतान कर शासकीय खजाने से अपनी जेबे भर लिए हैं. शिकायतकर्ता ने मांग की है कि 15- 3-2020 से 30- 9-2023 तक जिला स्वास्थ्य कार्यालय गौरेला पेंड्रा मरवाही में सभी प्रकार की खरीदी बिक्री के बिलों की जांच कराई जाए. इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच कराई जाएगी.

इस मामले को लेकर CMHO गौरेला पेण्ड्रा मरवाही नागेश्वर राव ने लल्लूराम.कॉम से बात करते इन सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है. उन्होंने कहा कि मैं किसी भी प्रकार की जांच के लिए पहले भी तैयार था और आज भी हूं. CMHO नागेश्वर राव का कहना है कि छत्तीसगढ़ शासन महालेखाकार रायपुर और कोष लेखा एवं पेंशन द्वारा दिसम्बर 2022 तक आडिट किया जा चुका है, जिसमें विभाग को पहले क्लीन चिट मिल चुकी है और रही बात मेरे कार्यकाल 2023 की तो बेशक जांच करा ली जाए जो भी सामान खरीदी हुआ वो स्टॉक उपलब्ध है. मैंने शासन के किसी भी नियमों का उल्लंघन नहीं किया है.

वहीं दो दिन पूर्व सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को लेकर CMHO नागेश्वर राव का कहना कि वो मेरे खिलाफ मेरे अधीनस्थ कर्मचारी ने दुष्प्रचार के तहत प्रसारित किया है. उस वीडियो की पुष्टि के लिए जिला प्रशासन द्वारा चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है, जिसकी जांच के बाद सारी जो भी आरोप लगे हैं वो स्पष्ट हो जाएंगे.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक