चंकी बाजपेयी, इंदौर. मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर शहर में एक पुलिसकर्मी का रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है. जहां झूठा प्रकरण बनाकर युवकों से 5 लाख रुपए मांगने की शिकायत आज पुलिस कमिश्नर से की गई है. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके साथियों पर भांग का झूठा आरोप लगाकर थाने में बैठाया गया. फिर उन्हें छोड़ने की एवज में 5 लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई. अब इस मामले में कमिश्नर ने जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

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पूरा मामला मल्हारगंज थाना क्षेत्र का है. पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने कार्तिक यादव नामक युवक को भांग पकाने का झूठा आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया था. जिसके बाद उसे थाना में बैठा लिया गया. पुलिस ने युवक के साथ मारपीट की और प्रताड़ित किया. केस रफा दफा करने के लिए 5 लाख रुपए भी मांगे. युवक ने घर में फोन कर कहा कि मुझ पर केस हो जाएगा, आप पांच लाख रुपए दे दो.    

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शिकायतकर्ता लव शर्मा ने यह भी बताया कि पुलिसकर्मियों ने अंत में ढाई लाख रुपए में सौदा किया. परिजन पैसे देना नहीं चाहते थे लेकिन दबाव बनाकर रकम ली गई. थाने में अनिल चतुर्वेदी ने कहा कि राघवेंद्र सिंह भदौरिया के साथ बैठकर जाओ. इसके बाद दोनों एक गाड़ी में बैठकर इतवारिया बाजार गए जहां काली पन्नी में रखे रुपए को उन्होंने अपनी गाड़ी की डिक्की में रखवा लिए. इस पूरे मामले में एक सीसीटीवी के आधार पर शिकायतकर्ता ने शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस कमिश्नर का कहना है कि जांच के बाद पूरे मामले में कार्रवाई की जाएगी.