बलरामपुर. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार राज्य में बेहतर शिक्षा देने के नारे लगा रही है, लेकिन जमीनी हकीकत पूरी तरह से अगल है. राज्य में सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल है. लगातार विद्यालयों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. बलरामपुर जिले के करीब 1,165 प्राथमिक विद्यालय ऐसे हैं, जहां छात्र टाट-पट्टी पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं. ऐसे में बच्चे कैसे पढ़ाई करेंगे.
बता दें कि बलरामपुर जिले में 1,814 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं. इनमें 1,165 प्राथमिक, 263 उच्च प्राथमिक और 386 कंपोजिट विद्यालय हैं. 649 उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालय में बच्चों के पढ़ने के लिए मेज की व्यवस्था की गई है, लेकिन 1,165 स्कूलों में अब तक मेज उपलब्ध नहीं है. इससे करीब डेढ़ लाख बच्चे जमीन पर फर्श और दरी बिछाकर पढ़ने काे मजबूर हैं. सर्दी में टाइल्स लगी कक्षाओं में जमीन पर बैठकर पढ़ना नौनिहालों को भारी पड़ सकता है.
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अभिभावकों का कहना है कि टाइल्स लगे फर्श पर ठंड ज्यादा लगती है. ऐसे में टाट-पट्टी पर बैठकर पढ़ाई करने से छात्रों को ठंड लग सकती है, जिससे उनके बीमार पड़ने की आशंका है. इन लोगों ने बेसिक शिक्षा विभाग से मेज की व्यवस्था कराने की मांग की है.
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