वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। बिलासपुर जिला अस्पताल इन दिनों सुर्खियों में है, वह भी अपनी लचर व्यवस्था के कारण. इस बीच फिर से एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जहां मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में डॉक्टरों ने मरीज का ऑपरेशन कर दिया. टॉर्च की रोशनी में किए गए इस लापरवाही भरे ऑपरेशन की तस्वीरें भी सामने आई हैं.

मिली जानकारी के अनुसार, यह घटना सोमवार की है जब बिलासपुर जिला अस्पताल में नसबंदी के ऑपरेशन के दौरान अचानक बिजली चली गई. स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि डॉक्टरों को मोबाइल टॉर्च की मदद से मरीज का ऑपरेशन करना पड़ा, जिससे मरीज की जान पर बन आई. डॉक्टरों ने मोबाइल के टॉर्च की रोशनी के सहारे ही ऑपरेशन किया. अस्पताल में बिजली आपूर्ति बाधित होने के बाद नसबंदी सहित अन्य ऑपरेशनों को भी टालना पड़ा.

बताया जा रहा है कि ऑपरेशन थियेटर में पॉवर बैकअप देने के लिए अस्पताल में 7 जनरेटर मौजूद होने के बावजूद कोई काम नहीं आया, क्योंकि सभी जनरेटर बंद पड़े थे. जनरेटर बंद रहने का कारण डीजल की कमी बताई जा रही है. इस घटना ने अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही को उजागर किया है.

इस मामले में जब लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने सिविल सर्जन से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया.

बता दें कि कुछ दिन पहले ही जिला अस्पताल में एक दुर्घटनाग्रस्त युवक के इलाज में लापरवाही बरती गई थी. इस मामले में मीडिया में खबर आने पर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है और जनहित याचिका के रूप में सुनवाई शुरू की. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है. मामले की अगली सुनवाई 4 अक्टूबर को निर्धारित की गई है.