दिल्ली। पाकिस्तान एक फेल और बर्बाद मुल्क के तौर पर स्थापित हो गया है। वहां महिलाओं की हालत भी जानवरों जैसी है। हाल ये है कि महिला दिवस के दिन भी उनको जुलूस निकालने और घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है।
इस बारे में सरकार भी महिलाओं के खिलाफ खड़ी हो गई है। सरकारी प्रवक्ता फिरदौस आशिक अवान जो खुद एक महिला हैं। उन्होने आज यानि 8 मार्च को महिलाओं द्वारा किये जाने वाले ‘औरत मार्च’ का विरोध किया है। उन्होंने एक समारोह में कहा कि सरकार के लिए महिलाओं का सशक्तिकरण एक सबसे बड़ा मिशन है, लेकिन जो लोग इसके नाम पर सड़कों पर उतर कर महिलाओं के हकों की बात करके उन्हें बरगलाना चाहते हैं, वह सही नहीं है।

सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि महिलाओं का सड़कों पर उतर कर नारे लगाना किसी भी तरह हमारे समाज, धर्म और परिवार के लिए सही नहीं है। आखिर आप किस तरह का अधिकार चाहते हैं। उन्होंने धमकी भरे अंदाज में ये भी कहा कि हमें देखना होगा कि आखिर वो लोग कौन हैं, जो इस मानसिकता को आगे बढ़ा रहे हैं और पूरे देश को और खासकर महिलाओं को गुमराह कर रहे हैं।