रामकुमार यादव, सरगुजा. छत्तीसगढ़ में पहली बार सरगुजा के दो घोड़ों में संक्रामक बीमारी गैल्डर्स की पुष्टि हुई है. नवापाारा निवासी उमेश के दो घोड़ों के ब्लड सैंपल जांच के लिए रायपुर भेजे गए थे, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. अब कलेक्टर ने इन दोनों संक्रमित घोड़ों को मारने के लिए आदेश जारी किया है. दोनों घोड़े को निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत जहर देकर मारा जाएगा.

पशु विभाग के उपसंचालक डीआर आरपी शुक्ला ने बताया कि संक्रामक बीमारी गैल्डर्स घोड़ों, गधों और खच्चरों में पाई जाती है. अंबिकापुर जिले में कुल 28 घोड़े हैं. इन घोड़ों का इस्तेमाल शादी समारोह में किया जाता है. उमेश के दो घोड़ों में गैल्डर्स बीमारी की पुष्टि हुई है. यह संक्रामक बीमारी जानवरों से मनुष्य में भी फैल सकती है. इसके चलते दोनों संक्रमित घोड़ों को मारने की अनुमति कलेक्टर से मिल चुकी है. वहीं घोड़ा मालिक को आर्थिक सहायता दी जाएगी.

जानिए क्या है गैल्डर्स (Glanders) बीमारी

जानकारी के मुताबिक, गैल्डर्स (Glanders) नामक बीमारी घोड़ों, गधों और खच्चरों में पाई जाती है. यह एक संक्रामक रोग है, जो बर्कहोल्डरिया मैलेई (Burkholderia mallei) नामक जीवाणु के कारण होता है. यह बीमारी घातक हो सकती है और मनुष्यों में भी फैलने का खतरा रहता है. इस बीमारी के लक्षणों में बुखार, नाक से स्राव, और शरीर में गांठें पड़ना शामिल हैं. यह एक गंभीर और घातक बीमारी है. इस बीमारी का खतरा मनुष्यों में भी होता है. इस बीमारी को नियंत्रित करने के लिए, प्रभावित जानवरों को मारना आवश्यक है.