रायपुर. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज विधानसभा में ऑपरेशन सिन्दूर के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कुशल रणनीति और नेतृत्व क्षमता को पूरे देश ने देखा है। यह केवल एक मिशन नहीं था, बल्कि भारत की ताकत, संकल्प और वैश्विक नेतृत्व क्षमता का जीवंत प्रमाण है। उन्होंने समस्त छत्तीसगढ़वासियों की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ऑपरेशन सिन्दूर के सफल संचालन के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता को इस ऑपरेशन की सफलता पर गर्व है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि भारत अब ऐसा राष्ट्र बन चुका है जो अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी परिस्थिति में, किसी भी सीमा तक जाकर, त्वरित, निर्णायक और प्रभावी कार्यवाही करने में सक्षम है। ऐसे अभियान केवल सैन्य या कूटनीतिक सफलता का प्रतीक नहीं होते, बल्कि वे संपूर्ण राष्ट्र की भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं। हमारे राष्ट्रीय नेतृत्व का दृष्टिकोण स्पष्ट है — हर भारतीय का जीवन बहुमूल्य है, चाहे वह देश में हो या विदेश में। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस ऑपरेशन के केंद्र में समन्वय और निर्णय क्षमता की जो धुरी रही, वह हैं – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। प्रधानमंत्री मोदी की सक्रिय भागीदारी, व्यक्तिगत निगरानी और स्पष्ट निर्देशों के कारण ही यह मिशन समयबद्ध, सुरक्षित और सफलतापूर्वक सम्पन्न हो पाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम “वसुधैव कुटुंबकम” की भावना की बात करते हैं, तो ऐसे मिशन हमें यह विश्वास दिलाते हैं कि भारत केवल अपने नागरिकों की ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण मानवता की रक्षा के लिए भी कर्तव्यनिष्ठ है। प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत की साख अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नई ऊंचाइयों को स्पर्श कर रही है। ऑपरेशन गंगा, ऑपरेशन कावेरी, ऑपरेशन देवी शक्ति, और अब ऑपरेशन सिन्दूर — भारत ने बार-बार यह सिद्ध किया है कि वह वैश्विक संकटों में मूक दर्शक नहीं, बल्कि सक्रिय संकट-निवारक राष्ट्र है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहलगाम की वीभत्स घटना के पश्चात हमारे प्रदेश के सपूत स्वर्गीय दिनेश मिरानिया का पार्थिव शरीर भी लौटकर आया। मैंने स्वयं उनके परिवार की पीड़ा को देखा। हमारी बहन ने अपनी आँखों के सामने अपना सुहाग उजड़ते देखा — यह पीड़ा कितनी गहरी है, यह पूरा सदन समझ सकता है। आतंकियों ने उन्हें केवल इस कारण मार डाला कि वे नहीं चाहते थे कि जम्मू-कश्मीर, जो भारत का अभिन्न अंग है, उसमें अन्य प्रांतों के नागरिकों की आवाजाही हो सके। उन्हें धर्म देखकर मारा गया। देश भर की माताओं-बहनों के बिलखने की तस्वीरें सामने आईं और इनके साथ पूरा देश रोया। यह एक ऐसी अमानवीय घटना थी, जिसमें सम्पूर्ण मानवता तार-तार हो गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों का रक्त बहाया, वहीं भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में इस बात का विशेष ध्यान रखा कि पाकिस्तान के आम नागरिकों को कोई क्षति न पहुँचे। हमारे नेतृत्व ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारत किसी को छेड़ता नहीं, परंतु छेड़ने वालों को छोड़ता भी नहीं। ऑपरेशन सिन्दूर के माध्यम से भारत ने स्पष्ट संदेश दिया है कि हम प्रत्येक रक्त की बूँद का हिसाब लेते हैं। जिन आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया, वे संसद हमले, मुंबई हमले, अक्षरधाम हमला और पुलवामा जैसी भीषण घटनाओं में लिप्त थे। भारत ने आतंकवाद को शह देने वाले देशों को विश्व मंच पर बेनकाब किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत ने सदैव शांति को प्राथमिकता दी है, परंतु संप्रभुता पर किसी भी प्रकार का हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उसका माकूल उत्तर दिया जाएगा। जो देश आतंकवादियों की भाषा बोलते हैं, वे आज वैश्विक मंचों पर अलग-थलग पड़ चुके हैं, इसका श्रेय भारतीय नेतृत्व की अडिग इच्छाशक्ति को जाता है। पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को बेनकाब करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस प्रकार सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों में भेजा, वह भारतीय लोकतंत्र की सुंदरता और “एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भावना का आदर्श उदाहरण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उन्हें यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली मंत्रिपरिषद में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ। उनके व्यक्तित्व में संकल्प, समन्वय और संवेदनशीलता का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। रक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने प्रधानमंत्री ने जो सतत परिश्रम किया, उसका प्रभाव हमें ऑपरेशन सिन्दूर में प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिला। यह ऑपरेशन 140 करोड़ देशवासियों की एकजुटता और अखंडता का प्रतीक बन चुका है और सदा स्मरणीय रहेगा। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि ऑपरेशन सिन्दूर केवल आतंकवाद के विरुद्ध कार्रवाई नहीं, बल्कि यह नारी सम्मान और शक्ति का भी प्रतीक है, मातृशक्ति को समर्पित एक ऐतिहासिक सैन्य-संकल्प है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर अभिनंदन प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित हुआ। सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, आतंकवादियों ने भारतीय महिलाओं के सिंदूर उजाड़ने का काम किया था। देश के जवानों ने पाकिस्तानी आतंकवादियों के केंद्र को नेस्तानाबूत किए इसलिए विधानसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पास किया गया। ऑपरेशन सुंदर पर धन्यवाद प्रस्ताव को विपक्ष ने बॉयकॉट किया। इस मामले में सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, कांग्रेसी हर अच्छे काम से दूर भागना चाहते हैं।
सेना के बदौलत हमारा भारत खुशहाल है : संसदीय कार्य मंत्री
ऑपरेशन सिंदूर पर लाए धन्यवाद प्रस्ताव पर संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप ने कहा, ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पूरी दुनिया को एक संदेश गया। भारत आंखें नीचे नहीं कर नोचने की क्षमता रखने वाला देश है। देश के जवानों की वजह से हम त्योहार मना पाते हैं। देश की सेना के बदौलत हमारा भारत खुशहाल है। विकसित भारत का संकल्प सरकार पूरा करेगी।
इस विषय पर लोकसभा की बजाय विधानसभा में चर्चा कराना निंदनीय : नेता प्रतिपक्ष
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर सत्ता पक्ष की ओर से संकल्प लाया गया था. इस संकल्प का विपक्ष ने बहिष्कार कर सदन से वॉकआउट कर दिया. नेता-प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर हमें गर्व है, लेकिन जिस विषय की चर्चा लोकसभा में होनी चाहिए उसे विधानसभा में कराई गई. यह निंदनीय है.
नेता प्रतिपक्ष महंत ने कहा, चर्चा के बहाने सत्ता पक्ष की ओर से विपक्ष को चिढ़ाने का प्रयास किया गया इसलिए हमने सदन से वॉकआउट कर दिया, क्योंकि सैनिकों के सम्मान में हम चर्चा में शामिल हुए थे, लेकिन इसके बहाने सत्ता पक्ष की ओर से कांग्रेस पर निशाना साधा जा रहा था, जबकि सच्चाई यह है कि युद्ध के दौरान सीजफायर की जानकारी विपक्ष को नहीं दी गई थी. पता चला कि सीजफायर की पहली घोषणा अमेरिका की ओर से की गई. मोदी सरकार ने अमेरिका से सहयोग लिया था यह प्रतीत होता है. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने तब भी कहा था कि पूरा देश, विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है, सरकार की ओर से करारा जवाब दिया जाना चाहिए.
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