रायपुर. बिलासपुर कलेक्टर पी. दयानंद के खिलाफ जांच शुरु हो गई हैं. उनके खिलाफ जांच का ज़िम्मा दुर्ग के कमिश्नर दिलीप वासनीकर दिया गया है. दयानंद के खिलाफ कार्रवाई इसी रिपोर्ट के आधार पर होगी. कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि पी दयानंद को चुनावी ड्यूटी से अलग रखा जाए. कांग्रेस ने उन पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है. माना जा रहा है कि इसी हफ्ते कमिश्नर अपनी रिपोर्ट चुनाव आयोग को दे देंगे.
गौरतलब है कि कांग्रेस ने बिलासपुर कलेक्टर पी दयानंद के खिलाफ शिकायत की थी. कांग्रेस ने उनके खिलाफ पंचायत चुनाव में गड़बड़ी करने के आरोपों का हवाला देते हुए उन्हें हटाने की मांग की थी. जिला कबीरधाम में वर्ष 2014 में जिला पंचायत का निर्वाचन कार्य सम्पन्न हुआ था. उस समय यहां पी. दयानंद कलेक्टर के रूप में पदस्थ थे. जिला पंचायत कबीरधाम के वार्ड क्रमांक 9 व 13 के चुनाव परिणाम को लेकर भारी विवाद हुआ था. यह मामला अभी भी छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट बिलासपुर में लंबित है.
जिला पंचायत कबीरधाम के वार्ड क्रमांक 9 से कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी रहे मोहम्मद कलीम खान व वार्ड क्रमांक 13 से प्रत्याशी रहे राम कृष्ण साहू ने स्वयं को क्रमशः 720 व 183 वोट से विजयी बताते हुये आरोप लगाया था कि कलेक्टर पी. दयानंद ने अपने मातहत कर्मचारियों से वोटों के टेबुलेशन में हेराफेरी और ओवर राईटिंग से टोटल मतों की संख्या को बदल कर उन्हें चुनाव में कपट पूर्वक हरवा दिया. दोनों ही प्रत्याशियों ने इसके सबूत भी पेश किये थे. दोनों ही प्रत्याशियों ने जिला न्यायालय, कर्वधा में परिवाद भी पेश किया था, जहां चुनाव के दस्तावेजों में काट छाट की बात सामने आई थी. चूंकि आईएएस अधिकारी पर जुर्म दर्ज करने के लिए शासन की अनुमति आवश्यक होती है, जिसके कारण कार्यवाही नहीं हो पाई इसलिए सबूतों के साथ छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट, बिलासपुर में मामला प्रस्तुत किया गया है. उस पर निर्णय होना बाकी है.