संजय विश्वकर्मा, उमरिया। कांग्रेस ने उमरिया जिले में पंचायत चुनाव (Panchayat elections)में मंत्री मीना सिंह के दखल का आरोप लगाया है।पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष शारदा गौतम ने प्रेस कॉम्फ्रेंस कर राज्य निर्वाचन आयोग(state election commission) से उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव (Umaria Collector Sanjeev Srivastava)  को हटाने की मांग की। कांग्रेस ने कलेक्टर पर सत्ता के दबाव में आकर काम करने का आरोप लगाया। वहीं जिला पंचायत सदस्य का नामांकन रद्द करने को सत्ता का दबाब बताया। दूसरी तरफ जिले के कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कार्रवाई को वैधानिक बताया।

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उमरिया जिले में गांव के सिंहासन के लिए शुरू हुए संग्राम पर सत्ता के दुरुपयोग का पहला और बड़ा आरोप कांग्रेस कमेटी उमरिया के पूर्व जिलाध्यक्ष शारदा प्रसाद गौतम का आया है। उन्होंने ये आरोप जिला पंचायत सदस्य के लिए दाखिल किये गए खुद के नामांकन को निरस्त करने के बाद प्रदेश सरकार की जनजातीय विभाग की मंत्री मीना सिंह को निशाने पर लेते हुए प्रेस कांफ्रेंस की और कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव पर सत्ता के दबाब में काम करने का आरोप लगा दिया,शारदा गौतम का कहना है कि मंत्री के दबाब में उनका फार्म निरस्त किया गया है ।

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जानिए क्या है पूरा मामला 

दरअसल पूरा मसला भृष्टाचार के मामले में ग्राम प्रधान के पद से पृथक करने से जुड़ा हुआ है। जिसके आधार पर नामांकन को निरस्त किया गया है। जबकि दूसरा पक्ष आदेश में चुनाव के अयोग्य होने का जिक्र नही होने का हवाला देकर दबाब मे काम करने का आरोप लगाया है। बहरहाल पीड़ित पक्ष फैसले के खिलाफ न्यायालय में चुनौती देने की तैयारी में है। जिसके बाद ही तय हो पायेगा की कौन कितना सही है।

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