रायपुर। रायपुर नगर निगम में महापौर के चुनाव से पहले भाजपा के बाद अब कांग्रेस को भी अपने पार्षदों की खरीद-फरोख्त का डर सताने लगा है. चुनाव से ठीक दो दिन पहले कांग्रेस अपने पार्षदों को अज्ञात सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है.
कांग्रेस के सभी निर्वाचित 34 पार्षदों को नया रायपुर स्थित परसदा स्टेडियम बुलाया गया. जहां से उन्हें दो बसों में सवार कर अज्ञात स्थान पर भेज दिया गया. पार्षदों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का जिम्मा पार्टी ने वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा और विकास उपाध्याय को दिया है.
विधायक सत्यनारायण शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा ऐसे किसी भी डर से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि हमे कोई डर नहीं है. सभी पार्षदों को भ्रमण पर ले जा रहे हैं. भ्रमण पर ले जाने में किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए. बीजेपी भी अपने पार्षद को घुमाने ले गयी है. वहीं महापौर पद के दावेदार और पार्षद ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि चुनाव के बाद सभी पार्षदों के घूमने जाने की इच्छा थी. सभी ने इस बात को सत्यनारायण शर्मा को बताया था. जिसके बाद आज हम घूमने जा रहे है. शहर के ही अंदर रहेंगे. कहीं बाहर नहीं जा रहे. सबका एक-दूसरे से परिचय भी जाएगा. सब एक साथ हैं.
आपको बता दें रायपुर नगर निगम में कांग्रेस के 34, भाजपा के 29 और निर्दलीय 7 पार्षद निर्वाचित हुए हैं. निगम में महापौर बनाने के लिए 36 पार्षद चाहिए. ऐसे में कांग्रेस को दो और भाजपा को अपना महापौर बनाने के लिए 7 पार्षदों की आवश्यकता है. इससे पहले शनिवार को 6 निर्दलीय पार्षदों ने सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात कर समर्थन देने की पेशकश कर चुके हैं. कांग्रेस को निर्दलीयों का साथ मिलने के बाद पार्टी का ही महापौर बनना तय माना जा रहा है लेकिन इन सबके बीच कोई भी जोखिम पार्टी उठाना नहीं चाह रही है.
गौरतलब है कि राजनांदगांव में भाजपा के एक पार्षद के क्रॉस वोटिंग के बाद खरीद-फरोख्त के डर से भाजपा ने शुक्रवार को अपने पार्षदों को तीन दिन के लिए किसी अज्ञात स्थान पर भेज दिया है.