रायपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा ने पूछा है कि पेट्रोल डीजल के दाम एक रुपये बढ़ जाने पर छाती पीटने वाली भाजपा आज कोरोना काल में रोज बढ़ते पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम पर चुप क्यों है ? विगत 15 दिनों में पेट्रोल-डीजल के दामों में 10 रूपए से अधिक हो चुकी है.

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा ने केंद्र की सरकार चला रहे भाजपा से पूछा कि जब दुनियां में कच्चे तेल के दाम गिर रहे हैं तो भारत मे लगातार वृद्धि क्यों की जा रही है ? देश की जनता आर्थिक समस्याओं से पीड़ित है ऐसे समय मे राहत देने की जगह समर्थन देने का दंड क्यो दिया जा रहा है ? डीजल का व्यापक उपयोग कृषि कार्यो में होता है और किसानों की उत्पादन लागत भी बढ़ रही है. डीजल मंहगा होने से मालभाड़ा भी बढ़ रहा है और आवश्यक वस्तुओं किराना, सब्जी, अनाज सबके दाम बढ़ रहे है. चौतरफा मंहगाई की मार आम उपभोक्ता पर पड़ रही है जिसके लिये मोदी सरकार जिम्मेदार है.

पिछले तेरह दिनों में लगभग सात रुपये की मूल्य वृद्धि की गई है. जाहिर है कि पेट्रोमूल्य वृद्धि का प्रभाव देश की घरेलू मूल्यनिति व अर्थनीति पर पड़े बिना नहीं रह सकता. वैसे भी पेट्रोलियम पदार्थ 40000 में से 32000 वस्तुओं की उत्पादन प्रक्रिया में प्रयुक्त होते हैं. ऐसा कहना है इसलिए इन वस्तुओं के उत्पादन में मूल्य वृद्धि का प्रभाव पड़ना स्वभाविक है. देश बन्द होते उद्योग, बढ़ती बेरोजगारी ओर लॉक डाउन के चलते अस्वाभाविक जीवन से त्रस्त है. ऐसे में रोज पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम लोगो का जीना दुश्वार कर रहे है. किसी समय पेट्रोल डीजल के दाम पर रोज सड़क में उतरने वाली भाजपा आज चुप क्यों है.