राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। 55 किलो गोल्ड और 10 करोड़ कैश के राजदार पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और अरुण यादव ने जांच एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “सौरभ शर्मा के राज से किन किन पर गिरेगी गाज? जब सौरभ शर्मा के मामले में लुक आउट नोटिस जारी था तो फिर जांच एजेंसियों को उसके देश एवं प्रदेश में आने का क्यों पता नहीं लगा?”

सौरभ शर्मा और उसका सहयोगी चेनत 4 फरवरी तक रिमांड पर, लोकायुक्त को कोर्ट से 7 दिन की मिली रिमांड 

‘सौरभ शर्मा 24 घण्टे तक भोपाल में कहां रुका’

पूर्व मंत्री अरुण यादव ने आगे लिखा, “एजेंसियां जांच के लिए हैं या सभी जांच एजेंसियां सौरभ शर्मा को बचाने में लगी है? सौरभ शर्मा 24 घण्टे तक भोपाल में कहां रुका, जांच एजेंसियां पूरी रात क्यों सोई रही? क्या यह भी सच है कि इन 24 घंटों में उसे संरक्षण दिलाने की सारी व्यवस्थाएं मौजूदा मंत्रिमंडल के किसी सदस्य ने की थी? क्या सौरभ शर्मा से होने वाली पूछताछ की वीडियो रिकॉर्डिंग सार्वजनिक होगी?”

BJP बोली- नीचे से ऊपर तक कोई नहीं बचेगा

कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने पलटवार किया है। बीजेपी मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि “देश संविधान से चलता है। बीजेपी की जीरो टॉलरेंस की नीति है। नीचे से लेकर ऊपर तक कोई नहीं बचेगा। जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं।” 

Saurabh Sharma Arrested: सरेंडर करने पहुंचा सौरभ कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार, वकील ने गिरफ्तारी को बताया अवैध, लोकायुक्त परिसर में बंटी मिठाई

41 दिन बाद गिरफ्त में ‘धनकुबेर’

बता दें कि परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा को कल मंगलवार को लोकायुक्त ने 41 दिन बाद गिरफ्तार कर लिया। लंबी पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान उसने कोर्ट को बताया कि जंगल में मिली गाड़ी से जो 52 किलो सोना और 10 करोड़ कैश बरामद हुआ है, वह उसका नहीं है। अन्य जो प्रॉपर्टी और नगदी मिली है, उसका पूरा हिसाब उसके पास है। यहां पढ़ें पूरी खबर

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H