पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में राजनीतिक बयानबाजी अब अपने चरम पर पहुंच चुकी है। पटना में आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे, अशोक गहलोत और अधीर रंजन चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला। तीनों नेताओं ने एक स्वर में कहा कि एनडीए सरकार चुनावी जुमलों से जनता को गुमराह कर रही है, जबकि महागठबंधन असली मुद्दों पर जनता के बीच है।

महिलाएं सोचकर वोट देंगी

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पटना में प्रेस वार्ता के दौरान नीतीश कुमार पर सीधा निशाना साधा। उन्होंने कहा नीतीश कुमार ने सोचा कि महिलाओं के खाते में 10 हजार रुपए डालकर वोट मिल जाएगा। तुम अगर 10 लाख रुपए भी डाल दो, तब भी महिलाएं सोच-समझकर वोट डालेंगी।

यह सब महज चुनावी घोषणाएं हैं

खरगे ने कहा कि यह स्कीमें केवल चुनावी हवा में चलने वाली बातें हैं। 20 साल तक इनको महिलाओं की याद नहीं आई, अब चुनाव आया तो वोट के लालच में रुपए देने की बात कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी भी 11 साल में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कोई ठोस काम नहीं कर पाए। यह सब महज चुनावी घोषणाएं हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में थी, तब महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए मनरेगा, स्वयं सहायता समूह, और उज्ज्वला जैसी योजनाएं शुरू की गईं, जबकि अब की सरकारें केवल शब्दों की राजनीति कर रही हैं।

पीएम मोदी को कानून का राज याद नहीं

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर तंज कसते हुए कहा पीएम मोदी चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कह सकते हैं। वे कहते हैं कि हमने कट्टा लगा दिया तो सवाल है कि अगर कट्टा लगाया गया,तो आपका कानून का राज कहां गया? बिहार में क्या कोई किसी को बंदूक दिखा सकता है?

सोच-समझकर लिया गया फैसला

गहलोत ने कहा कि महागठबंधन का फैसला सोच-समझकर लिया गया है। हमने गंभीरता से चर्चा के बाद तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा और मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया। यह गठबंधन विकास, सम्मान और सामाजिक न्याय की बुनियाद पर बना है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अब बौखलाहट में हैं क्योंकि महागठबंधन के बढ़ते जनसमर्थन से भाजपा खेमे में बेचैनी बढ़ गई है। गहलोत ने यह भी कहा कि बिहार की जनता अब विकास के नाम पर ठगी से थक चुकी है।

नीतीश को सीएम बनाना चाहते हैं या नहीं?

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा प्रधानमंत्री पहले ये साफ करें कि नीतीश कुमार के बारे में उनका क्या रुख है। वे नीतीश कुमार को सीएम बनाना चाहते हैं या नहीं? पहले इसका जवाब दें। उन्होंने कहा कि मोदी बार-बार महागठबंधन के नेताओं पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन अपने गठबंधन की दिशा और नेतृत्व पर कुछ नहीं बोलते। एनडीए में कौन लीड करेगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। प्रधानमंत्री को खुद नहीं पता कि वे बिहार को नीतीश के हवाले करना चाहते हैं या किसी और को। अधीर रंजन ने कहा कि महागठबंधन में कोई भ्रम नहीं है हमारे पास स्पष्ट चेहरा है, स्पष्ट एजेंडा है और बिहार के विकास की ठोस योजना है।

महागठबंधन में दिखी एकजुटता

तीनों कांग्रेस नेताओं की संयुक्त उपस्थिति ने यह साफ कर दिया कि महागठबंधन के भीतर अब पूरी एकजुटता है। कांग्रेस, राजद, वीआईपी और वामदलों के साझा उम्मीदवारों के समर्थन में सभी नेता लगातार प्रचार कर रहे हैं। खरगे, गहलोत और चौधरी ने कहा कि भाजपा का डबल इंजन अब थक चुका है और बिहार की जनता इस बार बदलाव का मन बना चुकी है। जो लोग हर चुनाव में झूठे वादे करते हैं, वे अब जनता की अदालत में जवाब देंगे। राहुल गांधी के हालिया बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए ललन सिंह ने कहा वे ऐसे ही बातें करते रहते हैं। कभी तालाब में स्नान कर लेते हैं, कभी खुद को किसान बताने लगते हैं। लेकिन जनता सब समझती है। ललन सिंह ने कहा कि कांग्रेस और विपक्ष सिर्फ झूठ फैलाने में लगे हैं, जबकि एनडीए सरकार जनता के विकास के कामों पर ध्यान दे रह