रायपुर-छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी विकास खोजो प्रोग्राम के मीडिया प्रभारी विकास तिवारी ने प्रदेश में डेंगू से लगातार हो रही मौत पर रमन सरकार के स्वास्थ्य विभाग को आड़े हाथों लिया है. विकास तिवारी ने कहा कि अकेले दुर्ग और भिलाई में ही 21 से अधिक मौतें डेंगू के कारण हुई है तो रमन सरकार का स्वास्थ्य विभाग किस मुहूर्त का इंतजार करते हुए डीकेएस मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में डेंगू पीड़ित मरीजों का ईलाज शुरू नहीं कर रहा है.
विकास ने कहा कि पूरे प्रदेश में एकमात्र सरकारी मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का दर्जा प्राप्त डीकेएस अस्पताल जिसमें लगभग 100 करोड़ रुपया खर्च करके अति अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई है,जिनमे डेंगू रोग के ईलाज के लिये भी अत्याधुनिक मशीन लगाई गई है और सबसे दक्ष चिकित्सक डीकेएस मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में ही तैनात हैं.लगभग 200 से अधिक सुपर स्पेशलिटी, स्पेशलिस्ट चिकित्सको की नियुक्ति रमन सरकार ने की है जिसमे हर महीने करोड़ो रु वेतन भी दिया जा रहा है, बावजूद डेंगू के मरीजो का ईलाज नही किया जा रहा है.
विकास तिवारी ने कहा कि पूरे प्रदेश में डेंगू रोग एक माहमारी के रूप में फैल रहा है.उन्होने कहा कि जहाँ पिछले पाँच सालो में डेंगू रोग से 13 लोगो की मौतें हुई थी,वहीं केवल चंद दिनों में 21 लोगो की मौत डेंगू रोग से हुई है. ये सरकार की असफलता की कहानी बखान कर रहा है.विकास ने कहा कि जहाँ 21 वीं शताब्दी में रोबोटिक पद्धति से ईलाज किया जा रहा है जटिल से जटिल रोगों का ईलाज संभव हो चुका है, वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ राज्य चिकित्सकीय सुविधा के नाम से पाषाण युग में चला गया है जहाँ डेंगू जैसे साधारण रोग में 21 से अधिक लोगो की जान चली गयी है.
मीडिया प्रभारी विकास तिवारी ने बताया कि बस्तर के जंगलों में सेना और पुलिस के 70 से ज्यादा जवानों की मौत मलेरिया से होती है ये भी दुर्भाग्यपूर्ण है.इन सभी मौतों की जिम्मेदारी लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर को तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिये एवं डीकेएस मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में तत्काल डेंगू रोग के मरीजो का ईलाज शुरू करना चाहिये.