पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस को इस बार मात्र 6 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा है। इतनी कम सीटें आने के बाद कांग्रेस लगातार वरिष्ठ नेताओं और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, राहुल गांधी के साथ हार के कारणों को जानने में लगे हुए हैं। बिहार चुनाव में कहां चूक हुई और क्या कमी रह गई इसके लिए कुछ दिन पहले प्रत्याशियों को बुलाकर एक – एक सीट की समीक्षा भी की गई है, जिसमें कई बातें खुलकर सामने आई और किन वजह से पार्टियों को इस बार जनता ने नकार दिया। इसकी भी जानकारी ली गई।

आज पटना में होगी बैठक

कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में बिहार कांग्रेस कमेटी की बड़ी बैठक आज आयोजित की जाएगी। चुनाव के बाद यह राज्य कमेटी की पहली महत्वपूर्ण बैठक मानी जा रही है। बैठक की अध्यक्षता बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम करेंगे। बैठक में प्रमुख सदस्य शामिल होंगे।जिसमें प्रदेश के सभी जिलाध्यक्ष, कार्यकारी अध्यक्ष, फ्रंटल प्रमुख, मोर्चा और संगठन प्रमुखों को मुख्यालय आने का निर्देश दिया गया। बैठक में चुनावी हार की समीक्षा, आगामी रणनीतियों और कार्ययोजनाओं पर चर्चा होगी।

वोट चोर, गद्दी छोड़ महारैली की तैयारी

बैठक में 14 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की विरोध रैली वोट चोर, गद्दी छोड़ महारैली को लेकर भी विशेष चर्चा होगी। सभी नेता और प्रमुख रैली के संदेश को गांव-गांव, वार्ड-वार्ड तक पहुंचाने के तरीकों पर विचार करेंगे।

प्रदेश अध्यक्ष ने दिए दिशा-निर्देश

प्रदेश अध्यक्ष ने पहले ही जिलाध्यक्षों, मोर्चा संगठनों, विभागों और प्रकोष्ठों के प्रमुखों को रैली की सफलता के लिए कई दिशा-निर्देश दिए हैं। इसमें हस्ताक्षर अभियान को प्राथमिकता देना, पोस्टर और सोशल मीडिया का व्यापक उपयोग करना, जन-संपर्क बढ़ाना और सभी जिलों से प्रगति रिपोर्ट भेजना शामिल है।

रणनीति और आगामी योजना

बैठक का उद्देश्य न केवल चुनावी समीक्षा करना है, बल्कि संगठनात्मक मजबूती और आगामी आंदोलनों के लिए रणनीति तैयार करना भी है। नेताओं ने जोर दिया कि रैली और अभियान में जन भागीदारी अधिक से अधिक सुनिश्चित की जाए।