रायपुर। प्रदेश में आरक्षण को लेकर राजनीतिक खींचतान जारी है. भाजपा एक तरफ आरक्षण विधेयक को भानुप्रतापपुर उपचुनाव के मद्देनजर लाए जाने का आरोप लगाया है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस आरक्षण विधेयक पर राज्यपाल का हस्ताक्षर नहीं होने के लिए भाजपा पर दोष मढ़ा है. इसे भी पढ़ें : स्मृति नगर गृह निर्माण सहकारी संस्था के चुनाव का देर रात आया परिणाम, जानिए किस पैनल ने हासिल की जीत…

आरक्षण को लेकर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि सरकार चाहती हैं छत्तीसगढ़ के लोग पढ़े-लिखे मत, गोबर-गौमूत्र बेचे इसलिए आरक्षण षड्यंत्रपूर्वक लाया गया हैं. बिना अध्ययन के हमारी सारी आपत्तियों को दरकिनार किया. भानुप्रतापपुर चुनाव को ध्यान में रखकर ये कदम उठाया, जिसका परिणाम अब हर वर्ग को भुगतना पड़ेगा.

वहीं कांग्रेस की हाथ जोड़ो यात्रा पर अजय चंद्राकर ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के हाथ पहले से ही गांधी परिवार से फेविकोल से जुड़े हुए हैं. जनता के साथ जुड़ना ही हैं तो शराबबंदी करे, कर्ज माफ करे, पेंशन की बात करे. उपचुनाव पैरामीटर नहीं होता,असली चुनाव तो अब शुरू होगा, गांधी परिवार के सामने ये लोग नतमस्तक हैं.

वहीं दूसरी ओर अजय चंद्राकर के बयान को कांग्रेस ने बेहद स्तरहीन बताया है. कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आंनद शुक्ला ने आरोप लगाया कि बीजेपी नहीं चाहती कि विधेयक पर हस्ताक्षर हो. यदि बीजेपी के नेताओं में साहस हैं तो राज्यपाल से निवेदन करे कि इस बिल पर तत्काल हस्ताक्षर करें. भारतीय जनता पार्टी के षड्यंत्र के कारण छत्तीसगढ़ के युवाओं को परेशान होने की नौबत आई. इन्हीं की अकर्मण्यता के कारण आरक्षण कम हुआ है.

वहीं हाथ जोड़ो यात्रा को लेकर बीजेपी के बयान पर सुशील आंनद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता फ्रस्ट्रेशन में हैं, इसलिए इस तरीके का बयान दे रहे हैं. छत्तीसगढ़ में कुछ नहीं करने की स्थिति में है, लगभग शून्य की स्थिति में है, जब हम कोई भी कार्यक्रम करते हैं तो इस प्रकार का बयान देते हैं.

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