शैलेन्द्र कुमार श्रीवास, अकलतरा। नगर में नवनिर्वाचित भाजपा अध्यक्ष और कांग्रेस से उपाध्यक्ष के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में जमकर हंगामा हुआ है. कांग्रेसी कार्यकर्ता और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत हुई. पुलिस जब दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को समझाने में नाकाम रही तो कार्यक्रम को ही रद्द करना बेहतर समझा गया. घटना के बाद भाजपाई धरना-प्रदर्शन में बैठ गए हैं.

दरअसल, पदभार ग्रहण समारोह में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए सीएमओ के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, जिसे देख भाजपा कार्यकर्ता भी कांग्रेस के विरोध में नारेबाजी करने लगे. देखते-देखते दोनों ही दल के नेता और कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. मौके में मौजूद एडिशनल एसपी मधुलिका सिंह व तहसीलदार आकाश गुप्ता ने कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं को समझाइस देने की कोशिश की, लेकिन बात नही बनी तो पदभार ग्रहण कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया.

नेताओं ने बताया जनता का अपमान

क्षेत्रीय सांसद गुहराम अजगले, अकलतरा विधायक सौरभ सिंह, जांजगीर विधायक नारायण चंदेल ने पहुंचकर मामले की जानकारी ली और कलेक्टर से चर्चा करने के बाद चले गए. विधायक सौरभ सिंह ने कहा कि प्रशासनिक आमंत्रण पर हम यहां आये थे, लेकिन प्रशासनिक आतंकवाद के कारण ऐसा हो रहा है और क्षेत्र की जनता का अपमान किया गया है और इस मामले को हम संसद व विधनसभा में उठायेंगे. वही सांसद गुहाराम अजगले ने कहा कि कलेक्टर को इस मामले से अवगत कराया गया है, और हम सभी मिलने जा रहे हैं.

जानिए क्या थी बवाल की वजह

दरअसल, अकलतरा में नगर पालिका अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का पदभार ग्रहण का कार्यक्रम था, जिसमे सांसद, अकलतरा विधायक और जांजगीर विधायक को बुलाया गया था. लेकिन कार्यक्रम में नजरअंदाज किए जाने से कांग्रेस के स्थानीय नेता नाराज हो गए. कांग्रेस के उपाध्यक्ष व पार्षद को जानकारी नहीं दिए जाने से कार्यकर्ता नाराज हो गए और विरोध शुरू हो गया, जिसका परिणाम कार्यक्रम रद्द होने के साथ हुआ.