भोपाल। लल्लूराम डॉट कॉम और न्यूज 24 मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के सिवनी संवाददाता निशांत राजपूत पर हुए जानलेवा हमले के मामले में कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला बताया है और सरकार से कार्रवाई की मांग की है।

पूर्व मंत्री तरुण भनोट ने कहा कि ये हमला चौथे स्तम्भ पर हमला है। अपराधियों के हौसले हद से ज्यादा बढ़ गए हैं। जो काम पुलिस को करना था वो मीडिया कर रहा है। ये प्रेस की आजादी पर हमला है। सरकार को इस पर कड़ी कार्रवाई करना चाहिए। हम निशांत राजपूत के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं।

तरुण भनोट ने ट्वीट कर कहा, “सिवनी में पत्रकार पर राॅड-लाठियों से जानलेवा हमला हुआ है।बेलगाम शासन-प्रशासन में किसान,व्यापारी,पत्रकार,आमजन, कोई सुरक्षित नहीं दिख रहा है।पत्रकारों पर हमलों की घटनाएं बढ़ रही हैं, जो निंदनीय हैं।प्रदेश सरकार से आग्रह है भाषणों और बयानबाजी में नहीं..जमीन पर रहकर जनता की सेवा करे।”

वहीं पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सिवनी रिपोर्टर पर हुए हमले को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अपराध बढ़ रहा है। एमपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। लोगों की जान पर डाका डाला जा रहा है। महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार में प्रदेश नंबर वन है।

इसके पहले पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने भी हमले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि मध्य प्रदेश में पत्रकार भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मध्यप्रदेश में अब पत्रकार साथी भी सुरक्षित नहीं है, सिवनी में जुआ और फूहड़ डांस की कवरेज पर गए न्यूज 24 चैनल के रिपोर्टर निशांत राजपूत पर लोहे की रॉड से जानलेवा हमला कर दिया, पीड़ित अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच लड़ाई लड़ रहा है।

आपको बता दें lalluram.com और NEWS 24 मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के संवाददाता निशांत राजपूत को बड़े स्तर पर जुआ खिलाने और फूहड़ डांस की सूचना मिली। जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे। उन्हें कवरेज करते देख बदमाशों ने उन पर रॉड से हमला कर दिया।

हमले में निशांत राजपूत को गंभीर चोटें आई है। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। मामले में पुलिस ने अपराध दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम आनंद डोंगरे, कन्हैया डोंगरे और गोलू कांडिया है। मामले में पुलिस अब तीनों आरोपियों कि रिकॉर्ड खंगालने में लगी हुई है।