रायपुर। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु देव साय के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि मोदी जी 9 बार चीन गये। 5 बार प्रधानमंत्री के रूप में मोदी जी चीन गये। 4 बार गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी चीन गये। 18 मुलाकातें मोदी जी की शी जिनपिंग से हुई है।

राहुल गांधी से चीनी राजदूत की मुलाकात की जानकारी मांगने वाले विष्णुदेव साय बतायें कि इन मोदी और शी जिनपिंग की 18 मुलाकातों में क्या हुआ? मोदी अपने भाषणों में कहा है मेरे और शी जिनपिंग के संबंध दो देशों के संबंधों से अलग निजी संबंध है। दो देशों के संबंध कूटनीतिक संबंध होते है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि विष्णु देव साय बतायें कि मोदी और शी जिनपिंग के निजी संबंधों का क्या आधार था? मोदी जी ने इन निजी संबंधों से क्या पाया क्या खोया? चीन की कंपनी शंघाई टनल इंजिनियरिंग कंपनी एसटीईसी ने दिल्ली मेरठ रोड की अशोक नगस्टो साहिनबाद तक 5.6 किमी की भूमिगत टनल परियोजना का ठेका दिया गया। जबकि लार्सन एंड टूब्रो, टाटा प्रोजेक्टस लिमिटेड, एफकान्स जैसी भारतीय कंपनियां इसमें बिडर थी।

मोदी ने 3000 करोड़ की सरदार पटेल की मूर्ति चीन से बनवाई। मोदी जी ने महान देशभक्त नेता सरदार पटेल की प्रतिमा उस देश से बनवाई जिसका गद्दारी का इतिहास है। शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि मोदी और भाजपा सरकार चीन से आयात बंद क्यों नहीं करती? चीन से सामान अपने आप उड़कर तो नहीं आयेगा। भाजपा और मोदी का चीन को लेकर दोहरा चरित्र बेनकाब हो गया है।
हर नाकामी का ठीकरा विपक्ष के माथे पे फोड़कर और विपक्ष के सवालों पर मोदी जी का मौनी बाबा बन जाना स्पष्ट करता है कि देश मजबूत हाथों में नहीं।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि विष्णुदेव साय भाजपा द्वारा नकारे हुये नेता है। जिस व्यक्ति को मोदी ने टिकट देने के लायक नहीं समझा वह राहुल गांधी पर आरोप लगाने के पहले अपनी हैसियत तो नाप ले। अगर चीन के राजदूत से मिलना गुनाह है तो नरेन्द्र मोदी की शी जिनपिंग की 18 मुलाकाते मोदी जी को 18 गुना ज्यादा गुनाहगार बनाती है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि विष्णु देव साय ने क्या लोकसभा चुनावों में टिकट अपनी नकारे जाने का मोदी जी से बदला लेने के लिये राहुल जी पर यह सतही आरोप उछाला है ताकि पूरे देश की उंगलियां मोदी जी पर उठ सके। मोदी का चीन के साथ छिपा गठजोड़ उजागर हो? अगर ऐसी ही बात है तो हम विष्णुदेव साय के यह भावना और सोच की कूटनीति अब बेनकाब हो गयी है।

विष्णुदेव साय और भाजपा की प्राथमिकता राजनीति है, शहीद नहीं है। 17 जून को जनजुड़ाव रैली कांकेर और जगदलपुर को विष्णुदेव साय ने संबोधित किया। पूरे संबोधन में विष्णुदेव साय ने 20 सैनिकोकी शहादत का जिक्र नहीं किया और कांकेर की माटी के शहीद गणेश कुंजाम का जिक्र तक नहीं किया।

भारतीय प्रधानमंत्रियों द्वारा चीन की आधिकारिक यात्राओं का ब्यौरा निम्नलिखित हैः-

पं० नेहरू : १
शास्त्री जी : ०
इंदिरा गांधीः ०
मोरारजी देसाई : ०
चौ० चरण सिंह :०
वीपी सिंह : ०
चंद्रशेखर :०
दैवे गोडा : ०
गुजराल : ०
राजीव गांधी : १
वाजपेयी : १
डा० मनमोहनसिंह : २
पी वी नरसिंहराव : १
नरेंद्र मोदी : प्रधानमंत्री की हैसियत से ५ बार
मुख्यमंत्री की हैसियत से ४ बार
कुल ०९ बार