रायपुर। छत्तीसगढ़ के पांच दिवसीय दौरे पर आये प्रदेश प्रभारी पी.एल.पुनिया और प्रदेश सचिव कमलेश्वर पटेल से कई पूर्व विधायकों और वरिष्ठ नेताओं ने आज रात सर्किट हाउस में मुलाकात की. मुलाकात करने वालों में मकसूदन चंद्राकर, लेखराम साहू, माधव सिंह ध्रुव, हर्षद मेहता, शंकर सोढ़ी, बदरुद्दीन कुरेशी, भजनसिंह निरंकारी, शक्राजीत नायक, महंत रामसुंदर दास, धनेश पाटिला, रमेश वर्ल्यानी, शिव डहरिया, रूद्र कुमार गुरु, चंद्रभान बारमते, दीपक दुबे,पारस चोपड़ा,शोभा यादव, वाय पी सिंह, ओंकार शाह और कई पुराने कांग्रेस नेता शामिल थे. इन नेताओं ने पुनिया से संगठन चलाने के तौर तरीके पर आपत्ति जताई.
कुछ लोगों ने कहा कि जब तक जोगी कांग्रेस के भीतर थे, तब सगठन और जोगी खेमा हुआ करता था. उस समय महंत, कर्मा, वोरा संगठन खेमा के साथ जुुड़े हुए थे, लेकिन जोगी को अलग करने के बाद अब पार्टी में पुराने लोगों को महत्व नहीं मिल पा रहा है. नेताओं की शिकायत थी कि ऐसे नेता जो जोगी के खास समर्थक माने जाते थे, उन्हें भूपेश की टीम में ज्यादा महत्व दिया जा रहा है और जोगी ग्रुप से जुड़े लोग ही आज संगठन को पूरी तरह चला रहें हैं. पूर्व विधायकों ने कहा कि संगठन खेमे से जुड़े पुराने लोगों को दरकिनार कर दिया गया है, ऐसे में 2018 के चुनाव में कांग्रेस की वैतरणी कैसे पार होगी. कुछ नेताओं ने इस बात की भी शिकायत की कि उन्हें पार्टी के किसी भी कार्यक्रम की सूचना नहीं दी जाती है. इनमें से कई नेताओं ने भूपेश और टीएस के सरकार के खिलाफ आक्रामक रवैये की तारीफ की, लेकिन साथ में ये भी कहा कि राहुल गांधी की मंशा के अनुरुप संगठन का काम नहीं चल रहा. राहुल गांधी ने प्रदेश नेतृत्व से सभी को साथ लेकर चलने को कहा था, लेकिन इस बात पर अमल नहीं किया जा रहा है.