कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मिशन 2023 की तैयारी कर रही कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी की तस्वीर अब खुलेआम सड़कों पर सामने आने लगी है! ग्वालियर (Gwalior) में पीसीसी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह के भतीजे और पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव (Lakhan singh yadav) के भतीजे के बीच विवाद हो गया। यह विवाद पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह (Jaivardhan Singh) के स्वागत के दौरान हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि जमकर लाठी-डंडे और गाड़ियां तोड़ी गई। विवाद के दौरान लाखन सिंह के साथ भी झूमाझटकी के साथ मारपीट की कोशिश की गई। मामले में कांग्रेस के सीनियर नेताओं ने भी संज्ञान लिया है।

जयवर्धन सिंह के स्वागत के दौरान आपस भिड़ें

ग्वालियर में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी 21 जुलाई को ग्वालियर आ रही है। इसके पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता बैठकों के जरिए उनका दौरा सफल बनाने में जुटे हुए हैं। लेकिन कांग्रेस की गुटबाजी की तस्वीर पार्टी के लिए ही मुसीबत बन गई है। प्रियंका गांधी के दौरे की तैयारियों को लेकर पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। इस दौरान पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव के भतीजे संजय यादव जो कि मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं उनका विवाद पीसीसी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह के भतीजे माठु यादव जो पार्टी में प्रदेश पदाधिकारी है, से हो गया।

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स्टेशन पर स्वागत को लेकर शुरू हुआ विवाद शहर के सिटी सेंटर इलाके में बने होटल तक जा पहुंचा। जहां माटू यादव गुट के लोगों ने होटल के बाहर खड़ी हुई संजय यादव की गाड़ी की तोड़फोड़ शुरू कर दी। जानकारी मिलने पर जैसे ही संजय यादव अपने कार्यकर्ताओं के साथ होटल के बाहर पहुंचे। वैसे ही लाठी-डंडों हॉकी स्टिक से लैस दूसरे गुट ने संजय यादव पर हमला बोल दिया।

कांग्रेस नेताओं ने किया बीच बचाव

जानकारी मिलते ही होटल के अंदर मौजूद पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव, पीसीसी कोषाध्यक्ष अशोक सिंह, हेवरन सिंह कंसाना, साहब सिंह गुर्जर दौड़कर होटल के बाहर पहुंचे और बीच बचाव करने लगे। इस दौरान कुछ लोगों ने पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव के साथ भी झूमा झटके के साथ मारपीट का प्रयास किया। जिसे देख अशोक सिंह ने लाखन सिंह यादव के साथ संजय यादव को होटल के अंदर बचाव करते हुए पहुंचाया। विवाद बढ़ने पर मौके पर पुलिस को भी पहुंचना पड़ा।

संजय यादव ने बीजेपी का बताया हाथ

इस मामले पर संजय यादव का कहना है कि इसके पीछे भारतीय जनता पार्टी का हाथ है। स्टेशन पर उनके कुछ लोगों ने इस विवाद की शुरुआत करवाई थी, लेकिन होटल के बाहर मेरी गाड़ी को तोड़ दिया गया। ये कायरता का काम है, अगर पार्टी के लोगों ने ही यह काम किया है तो उनके खिलाफ पार्टी स्तर पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं माटू यादव के मित्र हेवरन कंसाना का कहना है कि विवाद की वजह कुछ समझ नहीं आई है। जिन लोगों ने तोड़फोड़ और विवाद किया है वह पार्टी के लोग नहीं है।

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पूर्व मंत्री जयवर्धन ने कही ये बात

खुलेआम हुए इस विवाद पर पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह का कहना है कि दोनों ही गुट के लोग पार्टी के कार्यकर्ता हैं और धक्का-मुक्की के बीच यह विवाद हो गया था, लेकिन अब विवाद नियंत्रण में है, उसे सुलझा भी लिया जाएगा। पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव के साथ कोई भी धक्का-मुक्की या मारपीट की कोशिश नहीं की गई है, वह सिर्फ बीच बचाव के लिए पहुंचे थे।

गौरतलब है कि रणनीति बनाने पहुंची कांग्रेस पार्टी के बीच ही शुरू हुआ गुटबाजी के बाद यह रण, पार्टी के लिए मिशन 2023 में बड़ा रोड़ा बन सकता है। यही वजह है कि पार्टी के सीनियर नेता सड़क तक पहुंचे और इस विवाद को सुलझाने में जुट गए हैं।

दोनों गुटों के बीच हुआ राजीनामा

पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने माटू यादव और संजय यादव के बीच राजनीमा कराया हैं। इस दौरान यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हेवरन कंसाना भी मौजूद रहे। सुलह होने के बाद माटू यादव और संजय यादव ने एक दूसरे से माफी मांगी है। अपने समर्थक कार्यकर्ताओं को भी समझाइश देने की बात कही है।

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