हेमंत शर्मा रायपुर। केंद्र की मोदी सरकार ने बिना किसी कार्य योजना और प्लान के लॉकडाउन किया. कोरोना के नाम पर राजनीति करना, राज्य सरकारों को मदद ना करना, केवल टीवी में आकर दीया जला दो, घंटी बजा दो, कहने से देश नहीं चलता. देश की स्थिति 1947 जैसे होने जा रही है. यह बात कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर हमला करते हुए कही.

शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे, किसान नेता चंद्र शेखर शुक्ला, निगम सभापति प्रमोद दुबे ने प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि लॉकडाउन वन के पूर्व से ही मजदूरों की घर वापसी होती तो आज वे कालकलवित नहीं होते. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मजदूरों की घर वापसी के लिए स्पेशल ट्रेन चलावाई, भाजपा के नेताओं ने तो ट्रेन चलाने का विरोध किया और बस से लाने की बात कही थी.

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार के कुप्रबंधन और गलत फैसलों और अदूरदर्शिता के कारण छत्तीसगढ़ के साथ देश के मजदूर कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं. मजदूरों ने लॉकडाउन में भूख, प्यास, रोजी-रोटी का नुकसान और कर्ज लेकर घर वापसी की. उन्होंने कहा कि मजदूरों ने क्या-क्या नहीं झेला, दर-दर की ठोकरें खाने मजबूर हुए, छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता मजदूरों के नाम से घडियाली आंसू बहा रहे हैं. घर पहुंच चूके मजदूरों से झूठी हमदर्दी जता रहे हैं.

शहर कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने बिना किसी कार्य योजना और प्लान के लॉकडाउन किया. जो मजदूर अपने घर जाना चाहते हैं, उनकी व्यवस्था की जानी चाहिए थी. आज देश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है.