अमित पाण्डेय, डोंगरगढ़. छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही कांग्रेस आक्रामक हो गई है. इसी कड़ी में, आज कांग्रेस ने सरकारी रेत चोरी के मामले को लेकर डोंगरगढ़ थाने का घेराव कर दिया.

मामला डोंगरगढ़ के ग्राम मुड़पार का है, जहाँ बीते दिनों सड़क के किनारे भारी मात्रा में रेत का डंप मिला था. डोंगरगढ़ एसडीएम ने इस रेत को जब्त किया था. कांग्रेस पार्टी ने इस डंप रेत को लेकर आज मोर्चा खोल दिया और बड़ी रेत चोरी का आरोप लगाते हुए दोषियों पर एफआईआर की मांग की.

यह घटना 30 मई 2024 की है जब एसडीएम और नायब तहसीलदार अपने कर्मचारियों के साथ ग्राम मुड़पार पहुँचे और बड़ी मात्रा में रेत को जब्त किया. आज, कांग्रेस शहर अध्यक्ष विजयराज सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता थाने पहुँचे और ज्ञापन सौंपा.

देखें कांग्रेस की तरफ से सौंपा गया ज्ञापन:

विजयराज सिंह ने बताया कि यह कोई छोटी-मोटी चोरी नहीं है, बल्कि 800 ट्रिप रेत की चोरी का मामला है. उन्होंने आरोप लगाया कि ग्राम मुड़पार से जामरी तक 800 ट्रिप रेत निकाली गई और प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं थी. जब प्रशासन को पता चला, तो जब्ती की कार्यवाही की गई, लेकिन जब्त की गई रेत का अता-पता नहीं है.

सिंह ने यह भी आरोप लगाया, कि राजनादगांव निवासी प्रतीक अग्रवाल और बेलगांव निवासी लेखराम साहू को रेत डंप हटाने की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन रेत को हटाकर क्या किया गया, इसका कोई उल्लेख नहीं है. कांग्रेस को जानकारी मिली कि उक्त रेत को बेंच दिया गया है, जबकि जब्ती से प्राप्त संपत्ति शासकीय मानी जाती है. शासकीय संपत्ति को बिना कागजी कार्यवाही और खनिज विभाग को सूचना दिए बगैर बेचना एक बड़ी चोरी है.

सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों पर कांग्रेस का आरोप

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 800 ट्रिपर रेत की चोरी करोड़ों का मामला है, जिसमें शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों की संदिग्ध भूमिका है. इस करोड़ों की हेराफेरी में दोषियों के विरुद्ध जांच और एफआईआर की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता आज थाना में ज्ञापन सौंपने आए.

अब देखने वाली बात होगी कि कांग्रेस के इस कदम के बाद प्रशासन इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है.