रायपुर। बीजेपी के पूर्व मंत्री व विधायक अजय चंद्राकर ने महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही शराब की तस्करी को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि गंगाजल हाथ में लेकर प्रदेश की जनता व माताओं एवं बहनों से शराबबंदी का वादा करने वालों के राज में धड़ल्ले से शराब परोसने का काम किया जा रहा है. प्रदेश में भूपेश बघेल के राज में शराब परोसे जाने का हर एक विकल्प आज उपलब्ध है, शराब की होम डिलवरी की बात करें, शराब दुकानों में अवैध शराब की ब्रिकी की बात करें, प्रदेश भर में शराब कोचियों को संरक्षण देने या बढ़ावा देने की बात करें या फिर मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र जैसे अन्य राज्यों से खुलेआम शराब की तस्करी की बात करें छत्तीसगढ़ शराब उपलब्ध कराने के हर विकल्प को खुली छूट देकर नंबर वन बन गया है. अन्य राज्यों से शराब की तस्करी और छत्तीसगढ़ में शराब खपाने का खेल बिना मिली भगत या संरक्षण के कैसे संभव हैं.
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों में पहले से रेत माफिया, कोयला माफिया, कृषि में सप्लाई माफिया, नशा माफिया, ठग माफिया, फिरौती माफिया एवं अंतरराष्ट्रीय ठगों का आगमन, स्वागत और संरक्षण की उपलब्धि में अन्य राज्यों से शराब की तस्करी कर छत्तीसगढ़ में परोसने का कीर्तिमान भी शामिल हो गया है. इसके लिए शराबबंदी का वादा करने वाली कांग्रेस को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बीते 22 महीनों में प्रदेश सरकार हर एक मोर्चे पर विफल हो चुकी है. पूरे प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था से जनता के बीच भय और डर व्याप्त हो चुका है जिसका तात्पर्य जनता का इस सरकार पर से विश्वास उठ चुका है.
उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से पूछा है कि आपकी सरकार महज 22 महीनों में ही विफल होने के साथ-साथ अराजकता की स्थिति निर्मित कर चुकी है, ऐसे में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने व पुनः शांत छत्तीसगढ़ बनाने के लिए क्या कार्य योजना है? उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बीते 22 महीनों में ऐसे क्या हो गया कि जनता डरी हुई है और चिंतित है कि अपराध क्यों बढ़ रहा है? क्यों हत्या, लूट, डकैती, अपहरण जैसी वारदातें दिन प्रतिदिन बढ़ रही हैं? क्यों छत्तीगसढ़ में नशे का काला कारोबार फल फूल रहा है? क्यों छत्तीसगढ़ में ड्रग्स, कोकिन, और ना जाने कैसे कैसे सूखे नशे जिनका नाम तक छत्तीसगढ़ के वासियों ने कभी नहीं सुना था का काला नशीला धुंआ छत्तीसगढ़ को बर्बाद कर रहा है? क्यों छत्तीसगढ़ की पहचान उड़ता छत्तीसगढ़ बनने की ओर अग्रसर हो रही है? क्यों छत्तीसगढ़ की राजधानी की पहचान एक प्रकार से क्राइम कैपिटल और उड़ता रायपुर के रूप में बनने लगी है?
छत्तीसगढ़ में बढ़ते माफियाराज, अवैध शराब, शराब की तस्करी व अपराध में अप्रत्याशित तेजी निश्चित ही चिंता का विषय है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार व सरकार में बैठे तमाम जिम्मेदारों को प्रदेश की जनता के सामने आकर निश्चित ही इस बात कर जवाब देना चाहिए कि उन्होंने बीते 22 महीनों में ऐसे कौन का काम कर दिया कि आज हमारा शांत छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़, माफिया का गढ़, शराब का गढ़ और उड़ता छत्तीसगढ़ बन गया है.