नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे को लेकर पार्टी में चर्चा जारी है. इसी लिहाज से नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति पर मंथन शुरू हो गया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की उत्तरप्रदेश दौरे से दिल्ली वापसी पर एक बार फिर दिल्ली में पंजाब के नेताओं के बैठकों का दौर शुरू होगा. सूत्रों के अनुसार, सिद्धू आगामी 14 अक्टूबर को दिल्ली आकर शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर सकते हैं.

दरअसल नवजोत सिद्धू और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी व उनके सहयोगियों के साथ लगातार सामने आते मतभेदों के मद्देनजर, कांग्रेस आलाकमान की ओर से एक अंतिम निर्णय लिया जाना अभी बाकी है.

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सूत्रों के अनुसार पार्टी लम्बित पड़े नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे को स्वीकार कर सकती है, जो उन्होंने दो सप्ताह पहले दिया था. इसकी घोषणा उन्होंने सोशल मीडिया पर की थी. उन्होंने पंजाब में नशीली दवाओं के कारोबार पर सरकार की धीमी कार्रवाई को भी मुद्दा बनाया.

आलाकमान ने सिद्धू के सार्वजनिक तौर पर दिये इस्तीफे और बार-बार की गई पार्टी विरोधी टिप्पणियों पर फिलहाल अब तक कोई एक्शन नहीं लिया है और न सीएम चन्नी के खिलाफ की गई बयानबाजी पर कोई कार्रवाई की है.

सूत्रों के अनुसार, पार्टी नवजोत सिंह सिद्धू के स्थान पर एक उपयुक्त चेहरा तलाश कर रही है, हालांकि अभी तक इस पर आलाकमान की ओर से कोई बैठक नहीं बुलाई गई है, लेकिन अगर कांग्रेस वास्तव में सिद्धू को पंजाब के अध्यक्ष पद से हटा देती है, तो यह पिछले कुछ महीनों में प्रदेश में घटित राजनीतिक घटनाक्रमों में सबसे अहम होगा.

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माना ये जा रहा है कि प्रियंका गांधी के उत्तरप्रदेश दौरे से दिल्ली लौटने के बाद फिर से पंजाब में हुए घटनाक्रम पर चर्चा होगी और शीर्ष नेतृत्व की ओर से पंजाब कांग्रेस के नेताओं को मुलाकात के लिए दिल्ली बुलाया जा सकता है.

गौरतलब है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने और उनकी जगह चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने के बाद कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया था, जिसका नुकसान आगामी पंजाब चुनाव में पार्टी को उठाना पड़ सकता है.

हालांकि कैप्टन के इस्तीफे के बाद नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री पद की उम्मीद लगाए हुए थे, जिसका जिक्र करते पिछले दिनों सोशल मीडिया में वायरल हए वीडियो में भी सिद्धू को देखा गया.