रायपुर- भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने पुलवामा आतंकी हमले पर राजनीति करने के आरोपों को कांग्रेस की बौखलाहट और ओछी मानसिकता बताया है. उन्होंने कहा कि पुलवामा के आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस अपने ओछे सियासी-इरादों को साधने में लगी है. भाजपा पुलवामा के शहीदों को राष्ट्र का सम्मान व गौरव मानती है और उस पर राजनीति करना हमें गवारा नहीं.

प्रवक्ता उपासने ने कहा कि दरअसल पुलवामा आंतकी हमले को लेकर कांग्रेस और विपक्षी दल शर्मनाक राजनीतिक आचरण का परिचय दे रहे हैं. देश एक बड़ी त्रासदी से जूझ रहा है, उसमें भी कांग्रेस और विपक्षी दलों ने सरकार का पूरे मन से साथ देने का संकल्प तक अपने-अपने राजनीतिक कारणों से नहीं जताया. सर्वदलीय बैठक के दौरान जो संकल्प प्रस्ताव लाया गया, उसमें तो सिर्फ देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा का ध्येय ही सर्वोपरि भाव था और इसके लिए आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने और आतंकवाद-पोषक देश को सबक सिखाने की बात कही गई थी, लेकिन उस प्रस्ताव को भी संशोधित कराने की मानसिकता वाले लोग अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर आरोप लगाकर अपनी विफलताओं पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं.

कांग्रेस को तो मानो मोदी-फोबिया हो गया है. कांग्रेस के लोग शर्मनाक झूठे आरोप लगाने से पहले तथ्यों की पड़ताल कर लें. 14 फरवरी को पुलवामा-प्रकरण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रुद्रपुर की रैली रद्द कर तत्काल उत्तराखंड में ही हमले के मद्देनजर कई समीक्षा बैठकें की थी. इस हमले की जानकारी विलंब से मिलने पर प्रधानमंत्री ने नाराजगी भी जताई थी. लगातार इस मामले पर कड़ी नजर रखकर मोदी ने जितने सख्त फैसले लिए, विश्व समुदाय को भारत के पक्ष में किया, उससे कांग्रेस की खिसियानी बिल्लियां अब खंभा नोचने में लगी हैं.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दक्षिण कोरिया प्रवास को सैर-सपाटा बताने पर तंज कसते हुए भाजपा प्रवक्ता उपासने ने कहा कि मोदी की विदेश यात्राएं सैर-सपाटा नहीं, अपितु भारत के मान-सम्मान को बढ़ाने वाली रही हैं. उनके विश्व-समुदाय से सतत संपर्क का ही नतीजा है कि आज भारत ने आतंक-पोषी पाकिस्तान को अलग-थलग कर कूटनीतिक विजय हासिल की है और भारत का पक्ष समूचा विश्व ध्यान लगाकर सुन रहा है और भारत के साथ खड़ा है. अब कांग्रेसियों को यह सब सैर-सपाटा लगना उनकी खीझ है। कांग्रेस नेता मोदी-नेतृत्व की चमक के आगे रतौंधी के मरीज लग रहे हैं जिन्हें सत्य नजर नहीं आ रहा है.