शिवम मिश्रा, रायपुर। पिछले छह महीने में जो अपराध हुए हैं, उनकी जवाबदेही तय करने का समय आ गया है. ये सरकार दिल्ली से चलती है, यहां लोगों को खबर ही नहीं है कि क्या होगा. यह बात छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने कांग्रेस के विधानसभा घेराव से पहले आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कही. इसे भी पढ़ें : सावन की झड़ी से बढ़ा बांधों का जलस्तर : 40 फीसदी से ज्यादा भर चुका गंगरेल डैम, जानिए अन्य बांधों में कितना है पानी…

विधानसभा घेराव के लिए बारिश के बीच सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता मंडी गेट सभा स्थल पहुंचे. मंच पर पीसीसी चीफ दीपक बैज, पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत समेत कई पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री मंच पर मौजूद थे.

सचिव पायलट ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस सरकार ने इस आंदोलन को रोकने की हर संभव कोशिश की है, लेकिन कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता डरने वाला नहीं है. इस सरकार को जवाब देने का समय आ गया है.

पायलट के पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभा को संबोधित करते हुए सवाल किया कि हमारी सरकार में कलेक्टोरेट को कब जलाए हैं, आज यह घटना क्यों घट रही है. आज कोई थाना हो, लगातार भाजपा के गुंडा लोग थानेदार को भड़का रहे हैं. आज कोई पुलिस वाला संविधान और कानून के तहत काम नहीं कर रहा है.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जो बलौदा बाजार में सफेद कपड़ा पहने थे, उसको माता-पीटा के सामने मारा जाता था. गिरोधपुरी में घटना घटी थी. 17 तारीख को सीबीआई की जांच कराने की मांग की गई. अगर जांच होती तो घटना नहीं होती.

भूपेश बघेल ने कहा कि आज तक कभी ऐसी घटना नहीं घटी है. पहली बार यह घटना घटी है. भाजपा के लोग मंच पर थे, पुलिस के लोग क्यों नहीं कर रहे हैं पूछताछ. यहां के ठेकदार व्यापारी लोग काम नहीं कर पा रहे हैं. नशाबाजी बढ़ गई है.
नशेड़ी लोग पीट-पीट कर आदिवासी युवक को मार रहे हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि मंत्रियों के संरक्षण में यह हो रहा है. पूर्व विधायक हैं, बच्चे हैं. किसी को कानून की कोई चिंता नहीं है. जैतखांभ काट दी गई, लेकिन आज तक कोई गिरफ्तार नहीं हुआ है. महिला, आदिवासी, उद्योगपति, व्यापारी लोग डरे हुए हैं. विधानसभा में आज शून्यकाल में ये मुद्दा उठाया है. आज सत्र में इस पर चर्चा है, सदन और सड़क दोनों ही जगह लड़ाई होगी.

नेता प्रतिपक्ष ने भी आरोपों का खोला पिटारा

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने अपने संबोधन में कहा कि 6 महीने में 180 दिन में 273 नक्सली घटनाएं हुई हैं. जिसमें हमारे 79 सुरक्षा के जवान मर गए हैं. कोई नक्सली नहीं, हमारे गांव के लोग मारे गए हैं. ये सरकार कहना है
छत्तीसगढ़ की बजाय अपराधगढ़ बन गया है. डरा-धमकाते हैं.

उन्होंने कहा कि रायपुर के नजदीक ही मॉबलिंचिंग हो रही है. फोटो में ऐसे आदमी आते है, जो प्रधानमंत्री के लिए फूल लेकर खड़ा है. भारतीय जनता पार्टी के मंत्रियों के लिए स्वागत में खड़ा है, इसलिए गिरफ्तार नहीं कर रही है. पुलिस को मैंने फोन किया उसने पास सबूत है तो गिरफ्तार करो, बड़ी मुश्किल से उसमें गिरफ्तार किए हैं, जिससे उसका बचाव जल्दी हो जाएगा उसको जल्दी छुट्टी मिल जाएगी.

मैं घटनाओं को सरकार के लिए मुंहतोड़ जवाब से लेकर आपके पास आया हूं. 6 महीने में 29 डकैती की घटनाएं हुई हैं. हत्या के 562 घटनाएं हुई हैं. लूट की 500 घटनाएं हुई हैं. समाग्री के 500 घटनाएं है. दुष्कर्म के 1500 घटनाएं हुई है. ठगी की घटनाएं हुई है. एक आदमी अब तक गिरफ्तार नहीं हुआ है. इस मामले को लेकर हमने सदन में प्रस्ताव उठाया है.