सत्यापाल सिंह राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस की क्या अपराधियों से कोई सांठ-गांठ है ? यह सवाल इसलिए भी कि विपक्ष के अलावा जब सत्ता पक्ष से जुड़े लोग बार-बार पुलिस के ऊपर इस तरह के आरोप लगा रहे हों तो यह सवाल उठना लाजमी है। हम बात कर रहे हैं दुष्कर्म के आरोप में फरार चल रहे पूर्व डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन डॉ एसएल आदिले से जुड़े हुए मामलों की।

हॉस्पिटल बोर्ड और कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉक्टर राकेश गुप्ता ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि कहीं न कहीं पुलिस मेहरबान है, इसलिए कार्रवाई नहीं हो रही है डॉक्टर आदिले पर,जिसके ऊपर कई गंभीर मामले दर्ज हैं।

डॉ राकेश गुप्ता ने बताया कि पहला मामला MBBS में फ़र्ज़ी तरीक़े से प्रवेश देने के साथ पद के दुरुपयोग करने का है जिस पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश है कि डॉक्टर आदिले पर फर्जीवाड़ा करने और पद का दुरुपयोग करने का मामला दर्ज किया जाए इसको लेकर विधि विभाग और गृह मंत्रालय द्वारा स्वास्थ्य विभाग से अभियोजन माँगा गया था। 21 मई को अभियोजन देने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है ऐसे में कहीं न कहीं पुलिस सवाल के घेरे में है।

दूसरा मामला दुष्कर्म का है जिसके आरोप में दो महीने से डॉक्टर आदिले फ़रार है। हाई कोर्ट से भी ज़मानत याचिका ख़ारिज हो गई है बावजूद अब तक पुलिस पकड़ से बाहर होना सवाल उठाता है। इसलिए आज रायपुर SSP से मिलकर इस मामले में संज्ञान लेने के लिए इस आग्रह किया है यदि अब कार्रवाई नहीं की गई सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पालन नहीं होता है तो आगे कदम उठाएंगे।

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