रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी. इसके तहत 1000 और 500 रुपए के नोट चलन से बाहर हो गए थे. फिर 2000 और 500 रुपए नए नोट जारी किए गए थे. सरकार ने उस समय नोटबंदी के 5 बड़े मकसद बताए थे. कालेधन को खत्म करने, देश को कैशलैस बनाने, कालाधन पर लगाम, नकली नोटों को खत्म करने और आतंकियों और नक्सलियों की कमर तोड़ने के लिए सरकार ने यह बड़ा कदम उठाया था.

छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के डायरेक्टर विनोद तिवारी ने कहा की मोदी सरकार ने नोट बंदी के लिए जो मकसद बताए थे, वो सारे फेल हो गए है न काला धन वापस आया न कैशलैस सफल हुआ न ही आतंकियों की कमर टूटी, उल्टा बेरोज़गारी की वजह से देश के युवाओं की कमर टूट गई. ग़रीबी और बढ़ गई. देश में नोटबंदी से प्रभावित हज़ारों लोगों की जान गई. इसका जवाबदार कौन है, मोदी जी इसका जवाब देवें.

विनोद तिवारी ने बताया कि आज शाम 6 बजे कचहरी चौक स्थित टाउन हाल परिसर में गांधी जी की प्रतिमा के सामने खड़े होकर युवाओं ने नोटबंदी का विरोध किया. इस दौरान युवाओं नरेंद्र मोदी बाबा रामदेव, स्मृति ईरानी, अन्ना हज़ारे, धर्मेंद्र प्रधान, रमन सिंह, सांसद सुनील सोनी का मुखौटा पहन रखा था. हांथों में 1 हजार और 500 के नोट एवं संदेश लिखे पोस्टर रख विरोध दर्ज किया.

तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार के राज में देशवासियों को बहुत सी कठिनाईयों का सामान करना पड़ रहा है. पेट्रोल डीज़ल के मूल्य में इस वर्ष 70 बार वृद्धि कर देशवासियों की कमर तोड़ने का काम मोदी सरकार ने किया है. उपचुनाव के नतीजे से घबराई मोदी सरकार पेट्रोल में 5 डीज़ल में 10 रुपया कम किया है, जबकि मोदी सरकार के कार्यकाल में 60 रुपया की मूल्य वृद्धि की गई है.

पेट्रोल की क़ीमत में 5 रुपया कम करना जले में नमक छिड़कने जैसा है. आज चीन देश की जमनी हड़प रहा है और मोदी जी ख़ामोश है. आख़िर क्यूं इन सब का दोषी कौन है. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी ने मोदी जी से 5 सवाल किए हैं, मोदी जी को उनके 5 सवालों का जवाब देना चाहिए

प्रियंका गांधी के ये हैं पांच सवाल- 

  • भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ ?
  • कालाधन वापस क्यों नहीं आया ?
  • अर्थव्यवस्था कैशलेस क्यों नहीं हुई ?
  • आतंकवाद पर चोट क्यों नहीं हुई ?
  • महंगाई पर अंकुश क्यों नहीं लगा ?

आज के इस विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से राम चक्रधारी, शेख फरीद, संजय तिवारी विक्की वाधवानी, रूबल मेहता, श्याम झा, अपराजित तिवारी, अज्जू कोडाल नारायण कुमार, संजू साहू, विकास ठाकुर, गोल्डी सिंह आदि उपस्थित थे.

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