नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार के असंवैधानिक कृत्यों एवं भ्रष्ट्राचार के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग को लेकर ज्ञापन देने कांग्रेसी राष्ट्रपति भवन के लिए पैदल निकले और उसी दौरान दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
मार्च का नेतृत्व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलामनबी आजाद, लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, दोनों सचिव कमलेश्वर पटेल व अरुण उरांव, छत्तीसगढ़ पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव कर रहे थे।
मार्च में बड़ी संख्या में युवक कांग्रेस और कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित हैं। इससे पहले सभी पीएल पुनिया के निवास में इकट्ठा हुए। जहां राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा सहित सभी वरिष्ठ कांग्रेसियों ने दोपहर का भोजन किया। भोजन करने के पश्चात सभी विजय चौक पहुंचे, विजय चौक में एकत्रित हुए कार्यकर्ताओं के साथ राष्ट्रपति भवन के लिए सभी ने कूच किया। सभी कुछ दूर ही चले थे कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
आपको बता दें कि कांग्रेस नेताओं ने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा था लेकिन उन्हें मुलाकात का समय नहीं मिला। कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मुलाकात कर उनसे छत्तीसगढ़ सरकार की शिकायत करने वाले थे। बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र काफी हंगामेदार रहा था।
जहां विपक्ष ने किसान आत्महत्या सहित भ्रष्टाचार के मामले में सरकार को जमकर घेरा था। हंगामे के बीच सत्र को महज ढ़ाई दिन में ही खत्म कर दिया गया था। जिसकी वजह से कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ प्रदेश के साथ ही देश की राजधानी में भी मोर्चा खोल दिया है।