दिल्ली. राहुल गांधी के करीबी किस कदर उनकी इमेज को धक्का पहुंचा रहे हैं. इसका अंदाजा या तो राहुल बाबा को नहीं है या फिर उनको अपने करीबियों की हरकतों के बारे में जानकारी नहीं होने दी जाती. कांग्रेस की छीछालेदर इस बार राहुल गांधी के करीबी नेता औऱ कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन नदीम जावेद ने कराई है.

नदीम जावेद उन नेताओं में शुमार किए जाते हैं. जो राहुल गांधी के करीबी हैं. कभी कांग्रेस की यूथ विंग एनएसयूआई से अपना करिअर शुरु करने वाले नदीम जावेद ने राहुल की गुडबुक में आते ही कांग्रेस में तरक्की करना शुरु कर दिया. राहुल के आशीर्वाद से ही उनको जौनपुर से कांग्रेस का टिकट मिला औऱ किस्मत ने साथ देकर उनको 2012 में विधानसभा चुनावों में विजय दिला दी. नदीम जावेद कांग्रेस के प्रवक्ता भी रहे.

बेहद मामूली परिवार से ताल्लुक रखने वाला ये शख्स कांग्रेस में तेजी से तरक्की की सीढ़ियां चढ़ने लगा औऱ भले ही वो दुबारा पार्टी से विधायक या सांसद न बन पाए हों लेकिन राहुल गांधी ने नदीम जावेद को कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चे का अध्यक्ष बना दिया.

नदीम जावेद पर एक मीट कारोबारी हाजी यामीन कुरैशी ने आरोप लगाया है कि स्लाटर हाउस का लाइसेंस दिलाने के नाम पर उन्होंने कारोबारी से दस करोड़ रुपये ऐंठ लिए. काम न होने पर जब कारोबारी ने उनसे अपने पैसे वापस मांगे तो वो पहले तो टालमटोल करते रहे फिर कारोबारी को गच्चा देना शुरु कर दिया. आखिरकार कारोबारी को पता चला कि नदीम जावेद दिल्ली में एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले हैं तो कारोबारी ने अपने साथियों के साथ ही कार्यक्रम स्थल के बाहर नदीम जावेद का इंतजार कर उनसे अपने पैसे वसूलने की तरकीब निकाली. जैसे ही नदीम कार्यक्रम समाप्त होने पर बाहर निकले, कारोबारी ने अपने साथियों के साथ नदीम जावेद से पैसे मांगे. इसके बाद कांग्रेस नेता ने पैसे देने की बात तो दूर कारोबारी के साथ गाली-गलौच व उसके साथ धक्का-मुक्की शुरु कर दी.

नेता जी यहीं नहीं रुके उन्होंने व्यापारी को पैसे देने के बजाय मुस्लिम वोटों की राजनीति शुरु कर दी औऱ खुद को मुस्लिम नेता होने के चलते बदनाम करने का आरोप लगाना शुरु किया. जबकि व्यापारी ने सबूत के तौर पर नेता जी के काल डिटेल, चैट औऱ दूसरे तमाम तथ्य सहेजकर रखे हैं.

10 करोड़ जैसी बड़ी रकम पर नेता जी की नीयत डोल चुकी थी. अब तक व्यापारी को ये बात समझ में आ चुकी थी. आखिरकार, थक-हारकर मीट कारोबारी ने अपनी व्यथा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से कही. अब इस परेशान हाल कारोबारी को राहुल गांधी के दरबार से न्याय का आसरा है. देखना है राहुल बाबा इस मामले में क्या रुख अपनाते हैं. वहीं सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता की इस करतूत को लेकर काफी गुस्सा है. अगर कांग्रेस नेतृत्व ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो नेता जी को इस बारे लेने के देने पड़ सकते हैं.