चंडीगढ़, पंजाब। कांग्रेस के पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत की गिरफ्तारी और संगत सिंह गिलजियां के खिलाफ की गई FIR के खिलाफ पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने अन्य पार्टी नेताओं के साथ आज सीएम भगवंत मान के आवास परिसर के अंदर धरना दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. दरअसल पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नेतृत्व में कांग्रेस के ये नेता सीएम भगवंत मान से मिलने उनके आवास पर पहुंचे थे. पंजाब के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि मुख्यमंत्री मान ने खुद उन्हें मुलाकात के लिए बुलाया था और जब वे अपने विधायकों के साथ उनके आवास पर पहुंचे, तो उनसे मिलने से इनकार कर दिया.
धर्मसोत को भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत किया गया है गिरफ्तार
बता दें कि विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व कांग्रेस मंत्री साधु सिंह धर्मसोत को भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत गिरफ्तार किया है. कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पिछली कांग्रेस सरकार में धर्मसोत वन मंत्री थे. इन पर 25,000 से अधिक पेड़ों की अवैध कटाई में शामिल होने का आरोप है. पुलिस ने पूर्व में गिरफ्तार संभागीय वनाधिकारी गुरमनप्रीत सिंह और ठेकेदार हम्मी से पूछताछ पर कार्रवाई करते हुए वन विभाग में गड़बड़ी के आरोप में धर्मसोत को गिरफ्तार किया. इससे पहले साधु सिंह धर्मसोत पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाले में भी घिर चुके हैं. उनके सामाजिक सुरक्षा मंत्री रहते आरोप लगे कि गलत तरीके से स्कॉलरशिप का पैसा प्राइवेट कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज को दे दिया गया. ये मामला भी खूब उछला. इसके बावजूद तत्कालीन कैप्टन सरकार ने धर्मसोत को क्लीन चिट दे दी.
पूर्व मंत्री संगत सिंह गिलजियां पर भी FIR दर्ज
धर्मसोत कैप्टन अमरिंदर सिंह के CM रहते वन मंत्री थे. हालांकि, जब कैप्टन अमरिंद सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाया गया, तो धर्मसोत की भी मंत्री पद से छुट्टी कर दी गई. इसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी सीएम बने. तब संगत सिंह गिलजियां को वन मंत्री बनाया गया.
कांग्रेस नेता सीएम आवास में धरने पर बैठे, भगवंत मान पर लगाया आरोप
इधर आज जब कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने उनके आवास पर पहुंचे और मुलाकात के लिए समय नहीं मिलने पर वहीं धरने पर बैठ गए. उन्हें वहां से हटाने के बाद अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी. सभी नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया और उन्हें चंडीगढ़ सेक्टर 3 के थाने ले जाया गया. कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप बाजवा और पीपीसीसी प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग सहित पंजाब कांग्रेस के विधायकों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री आवास पर तलाशी के नाम पर उनका अपमान किया गया और उन्हें आधे घंटे तक इंतजार करने के लिए कहा गया. कुछ देर बाद कहा गया कि सीएम उनसे नहीं मिलेंगे.
कांग्रेस नेताओं ने पंजाब सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
राजा वड़िंग ने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री नहीं मिलते, वह धरने पर ही बैठे रहेंगे. कांग्रेस के विधायक मुख्यमंत्री आवास के भीतर पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. आवास के भीतर राजा वड़िंग, प्रताप सिंह बाजवा के अलावा पूर्व मंत्री व विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा, राजिंदर सिंह बाजवा, डाक्टर राजकुमार चब्बेवाल, अरुणा चौधरी, सुख सरकारिया, विक्रम चौधरी, जूनियर अवतार हेनरी, परगट सिंह, सुखविंदर कोटली मौजूद थे.
सीएम भगवंत मान ने किया ट्वीट
इस बीच सीएम भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें दुख है कि कांग्रेस नेता भ्रष्टाचार मामले में फंसे नेताओं के समर्थन में उनके आवास पर आए. उन्होंने कहा कि पंजाब के लुटेरों का समर्थन करना इस बात का सबूत है कि रिश्वतखोरी उनके खून में है. मतलब कि रिश्वतखोरी कांग्रेस का अधिकार है.
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