कुमार इंदर,जबलपुर। मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव खत्म हो चुके हैं. 17 सदस्यों वाली जबलपुर जिला पंचायत में कब्ज़ा जमाने के लिए बीजेपी कांग्रेस में जोर आजमाईश शुरू हो गई है. जबलपुर जिला पंचायत की 17 सीटों में से कांग्रेस के 9 सदस्य जीतते दिखाई दे रहे हैं. वही दूसरी ओर भाजपा के खाते में 6 सदस्य आते दिख रहे हैं. इसके अलावा दो निर्दलीय प्रत्याशी भी जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत रहे हैं. कांग्रेस ने भले ही बढ़त बना रखी हो पर भाजपा दम ठोकने में पीछे नहीं है. दोनों ही पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए रेस शुरू हो चुकी है. खास बात ये है कि दोनों ही पार्टी से युवा चेहरा सामने आ रहा है. इस बार जबलपुर जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट एसटी मुक्त है.

इस बार महिलाओं ने मारी बाजी

जिला पंचायत सदस्यों की सूची में इस बार महिलाओं की संख्या ज्यादा है. जिला पंचायत के कुल 17 सदस्य में से 9 महिला जिला पंचायत सदस्य बनी है. कांग्रेस हो या भाजपा दोनों ही तरफ से अध्यक्ष के लिए युवा नाम आगे है. खास बात यह है कि जिला पंचायत अध्यक्ष की रेस में चल रहा नाम भी महिला का है. कांग्रेस से जहां एकता ठाकुर का नाम जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए आगे आ रहा है, तो वही भाजपा से संतोष बरकड़े का नाम चल रहा है.

भाजपाइयों ने कांग्रेसियों को पीटा!: नाराज कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च निकलकर जताया विरोध, सरकार के खिलाफ की जमकर नारेबाजी

कांग्रेस से एकता ठाकुर का नाम आगे

कांग्रेस की तरफ से जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए एकता ठाकुर सबसे आगे खड़ी है. एकता क्षेत्र क्रमांक 8 से जीती है. उन्होंने छात्र जीवन से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था. 2004 में छात्र संघ का चुनाव जीतने के बाद एकता ठाकुर NSUI में राष्ट्रीय सचिव रही है. उन्हें राहुल गांधी का नजदीकी माना जाता है. एकता वर्तमान में यूथ कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव है.

सियासतः कमलनाथ का शिवराज को जबाब, जब वे निकर पहनते थे तब से हूं मैं सांसद, सीएम ने कहा था कमलनाथ को नहीं है लोकतंत्र पर विश्वास

बीजेपी से संतोष बरकड़े रेस में आगे

वहीं क्षेत्र क्रमांक 7 से जीते भाजपा के संतोष बरकड़े जिला पंचायत अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे है. संतोष आदिवासी बाहुल्य इलाके से आते है. संतोष बरकड़े ने 10 साल पहले ग्रामीण क्षेत्र से अपनी राजनीति शुरू की थी. संतोष अभी ग्रामीण जिला युवा मोर्चा मंत्री है. संतोष बरकड़े ने जिला पंचायत के चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज आदिवासी नेता पूर्व वीधायक नन्हें लाल धुर्वे को हराया. इसके अलावा पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष और 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी खिलाड़ी सिंह को भी राजनीति में पटखनी दी है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus