प्रदीप मालवीय, उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन में कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी रहे विधायक महेश परमार ने मेयर चुनाव को जिला अदालत में चुनौती दी है. डेढ़ महीने पहले घोषित हुए नतीजे में भाजपा के मुकेश टटवाल 736 मतों से चुनाव जीते गए थे. अब जिला कोर्ट में याचिका लगाते हुए निगरानी में दोबारा मतगणना कराने की मांग की गई है. उस वक्त मतगणना के दौरान भारी हंगामा हुआ था.
दरअसल न्यायालय ने अपील याचिका स्वीकार कर ली है. मेयर चुनाव के भाजपा प्रत्याशी मुकेश टटवाल समेत सभी प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशी और जिला चुनाव अधिकारी को नोटिस जारी किया है. उन्हें याचिका में पार्टी बनाकर ने 9 सितंबर तक जवाब मांगा गया है. महेश परमार ने कोर्ट में लगाई गई याचिका में दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत किए है. साथ ही याचिका में कोर्ट की निगरानी में पुनः मतगणना की मांग की गई है.
एमपी नगरीय निकायों चुनाव के पहले चरण में 6 जुलाई को उज्जैन में वोटिंग हुई थी और 17 जुलाई को उसके नतीजे आए थे. उज्जैन में महापौर पद के परिणाम के बीच जमकर हंगामा देखने को मिला था. नगर निगम चुनाव में आए परिणामों में महेश परमार को महापौर पद के लिए 133358 वोट मिले थे. महेश परमार को 736 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद मतगणना स्थल पर जमकर हंगामा हुआ था और काँग्रेस नेता और प्रशासन आमने-सामने हो गया था.
तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार का कहना है कि जिला निर्वाचन अधिकारी ने संविधान की धज्जियां उड़ा दी. जनता के जनादेश को बदलकर मनमर्जी तरीके से जनता को धोखा देकर चुनाव आयोग के आदेशों की अवहेलना कर कांग्रेस प्रत्याशी को हरवा दिया. चुनाव याचिका में भाजपा प्रत्याशी मुकेश टटवाल और जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर आशीष सिंह पर मिलीभगत कर सत्ता के दबाव में चुनाव परिणाम को बदलने का आरोप लगाया है. कोर्ट की निगरानी में दोबारा मतगणना की मांग की गई है.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक