नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी शुक्रवार तड़के खत्म हो गई. दस दिन तक चली छापेमारी में 350 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं, जिसे देश में अब तक किसी छापेमारी में जब्त “सबसे अधिक नकदी” बताया जा रहा है. इस मामले पर अब कांग्रेस सांसद धीरज साहू की पहली प्रतिक्रिया आई है.

परिसरों से 350 करोड़ रुपये बरामदगी पर साहू ने कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह पैसा मेरे परिवार की व्यावसायिक कंपनियों का है. आयकर विभाग का पक्ष आने दीजिए चाहे वह ‘काला धन’ हो या ‘सफेद धन’. मैं बिजनेस लाइन में नहीं हूं. इसका जवाब मेरे परिवार के सदस्य देंगे. इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि इस पैसे का कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है.

बता दें कि कांग्रेस सांसद धीरज साहू के परिवार से जुड़े बौद्ध डिस्टलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) और इससे जुड़ी कंपनियों के खिलाफ छह दिसंबर को छापेमारी शुरू हुई थी. अधिकारियों ने इस दौरान वितरकों, कुछ हवाला संचालकों, कई कंपनियों के अलावा रांची में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के पारिवारिक आवास पर भी छापेमारी की.

सूत्रों ने बताया कि 15 दिसंबर तड़के छापेमारी खत्म हो गई. विभाग ने ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में 30-34 परिसरों पर छापेमारी की और इस अभियान के दौरान 350 करोड़ नगद के साथ-साथ लगभग तीन किलोग्राम सोने के आभूषण भी जब्त किए गए.