रायपुर. छत्तीसगढ़ में हुए नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा पर प्रदेशभर में शराब और पैसा बांटने का आरोप लगाया है. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि नगरीय निकाय चुनाव संपन्न हुए तीन दिन हो गए हैं. चुनाव में पूरे प्रदेश में भाजपा के खिलाफ माहौल था. अपनी संभावित हार को भांप कर चुनाव के दौरान भाजपा के नेता पूरे प्रदेश में शराब, पैसा बांटकर जनमत को प्रभावित करने में लगे थे. ऐसा ही एक उदाहरण नगर पालिका पंडरिया में देखने को मिला. इस मामले में पलटवार करते हुए विधायक भावना बोहरा ने कहा, कांग्रेसी झूठे और आधारहीन आरोप लगा रहे.

सुशील आनंद ने कहा, विधायक भावना बोहरा के संरक्षण में मतदान प्रभावित करने के लिए पिकअप वाहन में भरकर रुपयों से भरा 200 नग लिफाफा, हाट-पाट शराब की बोतलें लोगों में बांटने के लिए ले जाया जा रहा था, जिसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पीछा कर पकड़ा। पुलिस सभी सामग्री के साथ पिकअप को पकड़कर थाने ले गई, जहां सामान को जब्त करने के बाद छोड़ दिया गया. इस पूरे घटनाक्रम के दौरान विधायक भावना बोहरा कांग्रेसियों को धमका रही थी, उनके पीएसओ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को धमका रहे थे. सारा घटनाक्रम पंडरिया थाने के सीसीटीवी में भी कैद है. यही नहीं वहां उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ता ललित देवांगन के साथ थाना परिसर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने मारपीट भी की.

विधायक के दबाव में पुलिस ने गाड़ी और ड्राइवर को छोड़ा

कांग्रेस नेता शुक्ला ने कहा, 9 फरवरी की रात को 1 बजे विधायक भावना बोहरा के बेमेतरा स्कूल का प्रबंधक विनीत राजोरिया सीजी-07 एलएल नंबर की कार में 500 के नोट के लिफाफा बांट रहे थे. इसका पता चलने पर जब कांग्रेसयों ने विरोध किया और उनका घेराव किया तब पुलिस, एसडीएम, तहसीलदार उक्त वाहन एवं राजोरिया को थाने ले गए. कांग्रेस के लोगों के सामने पंचनामा बनाया गया, जिसमें 500 के नोट भरे लिफाफे थे, जिसमें एक लिफाफे में 1000 रुपए था. कुल दो लाख रुपए की जब्ती बनाई गई. इसके बाद विधायक के दबाव में गाड़ी, राजोरिया और ड्राइवर को छोड़ दिया गया.

विधायक ने कराई कांग्रेस प्रत्याशी के देवर की पिटाई

उन्होंने कहा, 10 फरवरी को भी भाजपा ने कुछ लठैतों के माध्यम से वार्ड नं. 9 रउहा में शराब एवं पैसा बांटने भेजा था. जब गांव वाले इसका विरोध करने लगे तो पता चलने पर विधायक भावना बोहरा स्वयं 15-20 गाड़ियों में भरकर पुलिस वालों, भाजपा नेताओं के साथ पहुंचीऔर गांव वालों के साथ मारपीट करवाने लगी. इस दौरान वहां मौजूद कांग्रेस की वार्ड प्रत्याशी प्रतिमा चंद्रवंशी के देवर कुलदीप चंद्रवंशी के साथ विधायक ने अपने पीएसओ के साथ मारपीट करवाया और पुलिस के संरक्षण में शराब एवं सामाग्री लेकर चली गई.

चुनाव आयोग और डीजीपी से शिकायत करेगी कांग्रेस

सुशील आनंद ने कहा, इस पूरे घटनाक्रम के बाद कांग्रेस के जो नेता, भाजपा के शराब, पैसे सामाग्री को पुलिस में पकड़वाने की प्रक्रिया में भूमिका निभा रहे थे उनके खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई. सत्ता के संरक्षण में उल्टा चोर कोतवाल को डाटे वाली कहावत चरितार्थ हो रही. एक तरफ खुद पैसा बांट रहे, शराब बांट रहे, पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही, दूसरी ओर कांग्रेस के निर्दोष कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज किया गया. इस मामले में कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग और डीजीपी से भी शिकायत करने का निर्णय लिया है. हमारा विधि विभाग का प्रतिनिधिमंडल वहां जा रहा है. पत्रकारवार्ता में वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर, प्रवक्ता सत्यप्रकाश सिंह, युवा कांग्रेस अध्यक्ष आकाश शर्मा, कांग्रेस विधि विभाग अध्यक्ष देवा देवांगन, आनंद सिंह उपस्थित थे.

झूठे और आधारहीन आरोप लगा रहे कांग्रेसी : भावना बोहरा

इस मामले में भाजपा विधायक भावना बोहरा ने कहा, पंडरिया विधानसभा में पिछले पांच वर्षों में नगर की अस्थिर सरकार में हो रहे कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार पर भाजपा सरकार के आने के बाद से अंकुश लगने से कांग्रेस के नेताओं का दाना-पानी बंद हो गया है. इससे बौखलाए कांग्रेसी नेता और उनके कार्यकर्ताओं ने निकाय चुनाव के दौरान जमकर गुंडागर्दी और उत्पाद मचाया. पंडरिया विधायक भावना बोहरा पर भी कांग्रेसी नेताओं ने हमले की साजिश रची, लेकिन सफल नहीं हो सके. इसी बीच भाजपा की महिला पार्षद प्रत्याशी के साथ भी कांग्रेसियों ने अभद्रता की. उनके साथ छेड़छाड़ किया और डराने-धमकाने का प्रयास भी किया गया, जिसके विरुद्ध पंडरिया थाने में इसकी FIR भी दर्ज कराई गई है. वहीं वार्ड नंबर 16 के भाजपा प्रत्याशी नरोत्तम साहू के घर घुसकर कांग्रेसी गुंडों ने प्रत्याशी का सर फोड़ा और उनके परिवारजनों के साथ भी मारपीट की. कांग्रेसी विधायक भावना बोहरा पर झूठे और आधारहीन आरोप लगा रहे हैं.